जाति, निवास और आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए दलालों से करना पड़ता है संपर्क
सिलाव (नालंदा)(संसू)। अंचल कार्यालय सिलाव पूरी तरह से दलालों के दलदल में फंस चुका है। इस अंचल कार्यालय से आपको अपना कोई भी काम करवाना है तो उसके लिए दलालों को पकड़ना पड़ता है। किसी का भी कोई भी काम इस कार्यालय से बिना दलालों के संपर्क के होना असंभव है। आलम यह है कि छात्र-छात्राओं के जाति, निवास और आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए भी एक-एक सप्ताह तक लगातार चक्कर लगाना पड़ रहा है। आरटीपीएस काउंटर पर बैठे कर्मचारी सर्वर डाउन होने का बहाना बना देते है।
आरटीपीएस काउंटर पर पहुंची बड़ाकर गांव निवासी सोनी कुमारी, हैदरगंज कड़ाह की रोशनी कुमारी, नालंदा के सोहन चौधरी, नेपुरा की अंजू देवी ने बताया कि हमलोग अपना जाति, निवास और आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन अंचल कार्यालय पहुंच रहे है, लेकिन हर दिन हमें सर्वर डाउन होने का बहाना बना कर फॉर्म जमा नहीं लिया जाता है।
जबकि कार्यालय के गेट के सामने जो फार्म बेचता है वह दो-दो सौ रुपया लेकर तुरंत प्रमाण पत्र बनवा देता है। हमलोग गरीब है तो पैसा कहां से लाये, तो बोला जाता है कि जाओ जहां जाना है नहीं बनायेंगे। यही हाल जमीन दाखिल-खारिज कराने आये लोगों के साथ भी है। कई लोग पांच-पांच महीनों से कार्यालय का चक्कर काट रहे है। कर्मचारियों के दलाल एक-एक दाखिल खारिज के लिए 20-20 हजार रुपये तक की मांग करते है।
आरटीपीएस काउंटर पर बैठे कर्मचारी और हल्का कर्मचारियों को लेकर शिकायत कई बाद अंचलाधिकारी से भी की गयी है, फिर भी कर्मचारी अधिकारियों को ठेंगा दिखाते हुए खुलेआम दलालों के साथ मिलकर पैसा कमा रहे है। इसी वजह से कई बार कर्मचारियों और प्रमाण पत्र बनाने आये छात्रों के साथ मारपीट की घटना भी घट चुकी है।
इन घटनाओं की शिकायत एसडीओ संजय कुमार से भी की गयी, जिसके बाद एसडीओ ने अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण भी किया। उनके द्वारा सभी कर्मचारियों को जमकर फटकार भी लगायी गयी, लेकिन उनके जाने बाद फिर से पैसों का खेल शुरू हो गया। आरटीपीएस काउंटर खुलने से लेकर बंद होने तक दलाल वहां चक्कर लगाते रहते है। लोगों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि आरटीपीएस काउंटर पर काम करने वाले कर्मचारियों की विभागीय जांच करवाये ताकि छात्र-छात्राओं को दलालों से छुटकारा मिल सके।
इस संबंध में अंचलाधिकारी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि आये दिन उपर से सर्वर डाउन रह रहा है। हालांकि कार्यालय गेट के सामने के दुकानदारों के द्वारा पैसा लेकर प्रमाण पत्र बनवाये जाने की शिकायत मिली है और इसमें आरटीपीएस कर्मियों के मिलीभगत की भी शिकायत मिली है। इस मामले में जांच करवायी जा रही है और जांच के बाद दोषी आरटीपीएस कर्मियों एवं दलालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी।