उन्होंने प्रेस वार्ता कर कहा कि गुजरात में भाजपा सरकार ने शराब की बिक्री पर 27 साल से प्रतिबंध लगा हुआ है। मगर वहां शराब बिक रही है। ये लोग ही वहां शराब बिकवा रहे हैं। वहां लोग अवैध शराब पीकर मर रहे हैं।
शराब दुकानदारों को ED और CBI का डर दिखा रही भाजपा
दूसरी ओर दिल्ली में हमने पिछले साल शराब की नई नीति लागू की। इससे पहले सरकार को आबकारी विभाग से 6 हजार करोड़ का राजस्व मिलता था। नई नीति के तहत साढ़े नौ हजार राजस्व आना था। यानी डेढ़ गुना राजस्व बढ़ना था।
मगर इन भाजपा वालों ने नीति की सफलता को देख इसे बर्बाद करने की योजना बनाई। इन्होंने शराब की दुकान वालों सीबीआई और ईडी से धमकाना शुरू कर दिया, इससे कई लोग काम छोड़ कर चले गए।
अगस्त से बड़ी संख्या में काम छोड़ सकते हैं शराब विक्रेता
अब जो लोग बचे हैं उन्हें भी ये लोग सीबीआई और ईडी से धमकवा रहे हैं। ऐसे में जो लोग शराब की दुकानें चला रहे हैं, ये लोग भी दुकानें छोड़ कर जा रहे हैं। एक अगस्त से बड़ी संख्या में लोग काम छोड़कर जा सकते हैं।
उधर इन्होंने आबकारी विभाग के अधिकारियों को सीबीआई और ईडी की धमकी देना शुरू कर दिया है। अब कोई अधिकारी आबकारी नीति 2021-22 को आगे नहीं बढ़ाना चाहता है। जिन दुकानों के टेंडर होने हैं वे भी कोई नहीं कर रहा है।
दिल्ली में पुराने तरीके से ही बिकेगी शराब
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा, “इसलिए हमने वर्तमान नीति को बंद करके पुरानी व्यवस्था के तहत शराब बेचने का फैसला लिया है। पहले की तरह दिल्ली में सरकारी तौर पर शराब बेची जाए। मैंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि वह यह सुनिश्चित करें कि इस मामले में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होने दें।”
उन्होंने कहा कि ये भाजपा वाले गुजरात की तरह दिल्ली में भी शराब की बिक्री में गड़बड़ी करने की कोशिश में हैं। पहले भी ये लोग शराब की ब्रिकी में गड़बड़ी कराते थे, दिल्ली में अवैध शराब बिकवाते थे, नई नीति से इनका धंधा बंद हो गया था।
नई आबकारी नीति में भ्रष्टाचार करने वालों को जाना पड़ेगा जेल – मनोज तिवारी
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि नई आबकारी नीति में भ्रष्टाचार करने वालों को जेल जाना पड़ेगा। सरकार को प्रत्येक काम की जिम्मेदारी लेनी होगी। दिल्ली सरकार को जनता के हित में काम करना चाहिए। भ्रष्टाचार होने पर भाजपा विरोध करेगी।
सीबीआई जांच से आप नेता परेशान
उपराज्यपाल ने नई आबकारी नीति की जांच सीबीआई को दी है उसके बाद से दिल्ली सरकार व आप नेता परेशान हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ज्योतिषी बन गए हैं। अपने मंत्रियों के जेल जाने की भविष्यवाणी करते हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात में शराब पीने से मौत के मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। लंबे समय से वहां इस तरह की कोई घटना नहीं हुई थी। केजरीवाल के वहां जाने के बाद यह घटना हुई है।
भ्रष्ट मंत्रियों को कट्टर ईमानदार बताते हैं केजरीवाल – प्रवेश वर्मा
वहीं पश्चिमी दिल्ली के भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि कोरोना संकट के समय जब लोगों का जीवन खतरे में था उस समय मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री शराब बेचने की नीति बनाने में व्यस्त थे। इस नीति के माध्यम से भ्रष्टाचार हुआ है। भाजपा इसका विरोध करती रही है और आखिरकार सरकार को इसे वापस लेना पड़ा।
केजरीवाल कट्टर भ्रष्ट मंत्रियों को कट्टर ईमानदार बताते हैं। उन्हें ममता बनर्जी से सीखने की जरूरत है। सत्येंद्र जैन और सिसोदिया को मंत्रिमंडल से तुरंत हटाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पास कोई विभाग नहीं है इसलिए वह बच रहे हैं।