देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में लोग लंबे समय से प्रदूषण की मार झेल रहे हैं. दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित 33 शहरों में 22 शहर भारत के हैं, जहां प्रदूषण (Pollution) सबसे ज्यादा है. राजधानी दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानियों की लिस्ट में शामिल है. हम आपको बताते हैं कि भारत में प्रदूषण फैलने की मुख्य वजह क्या है. देश में प्रदूषण की मुख्य वजह गाड़ियों से निकलने वाले धुएं, भोजन पकाने के लिए ईंधन जलाना, बिजली उत्पादन, उद्योग-धंधे, विनिर्माण कार्य, कचरा जलाना और पराली जलाया जाना है.
राजधानी में पीएम 2.5 का स्तर 84.1 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर मापा गया है. दिल्ली में इसके लिए दो चीजें जिम्मेदार हैं जो लगातर दिल्ली की हवा को प्रदूषित कर रहे हैं. इसमें गाड़ियों से निकलने वाले जहरीला धुएं से पैदा होने वाली सल्फर और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड गैस और कूड़ा जलने से उत्पन्न होने वाला धुआं प्रमुख है. साथ ही दिल्ली की भौगोलिक स्थिति (Geographical Location) भी इसके सबसे ज्यादा प्रदूषित होने के लिए जिम्मेदार है.
मुजफ्फरपुर सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल
दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, बुलंदशहर, बिसरख लखनऊ, मेरठ, आगरा और मुजफ्फरनगर, जलालपुर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, राजस्थान के भिवाड़ी, हरियाणा का फरीदाबाद, जींद, हिसार, फतेहाबाद, बंधवाड़ी, गुरुग्राम, यमुनानगर, रोहतक और धारुहेड़ा शामिल हैं, वहीं बिहार का मुजफ्फरपुर सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में शामिल है.
राजधानी दिल्ली में आज भी एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index) ‘खराब’ कैटेगरी में बना हुआ है. यहां तक कि, NCR के शहरों की बात करें तो नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद में भी AQI खराब कैटेगरी में ही बना हुआ है. दिल्ली के इंडिया गेट के आसपास प्रदूषण की चादर साफ नजर आ रही है और लंबे समय से हमें ऐसी ही तस्वीर देखने को मिल रही हैं.
‘अभी दिल्ली की हवा के यही रहेंगे हालात’
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (Safar) ने इस बात की जानकारी दी है कि दिल्ली की हवा जहरीली हो रही है और लोगों को सांस लेने में समस्या हो रही है. अभी दिल्ली का एयर क्वालिटी इसी तरह से खराब बना रहेगा. सबसे ज्यादा दिक्कत बुजुर्गों के साथ है या उनके साथ जिन्हें सांस की समस्या है, वे लंबे समय से इस प्रदूषण की मार झेल रहे हैं. वहीं, डॉक्टर्स का कहना है कि अगर इसी तरह से स्थिति बनी रही तो दिल्ली के लोगों को आगे चलकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.