नई दिल्ली । परिवहन विभाग ने दिल्ली में पंजीकृत उन 19 लाख वाहन चालकों को नोटिस जारी किया है जिन्होंने अपने वाहनों के प्रदूषण नियंत्रण (पीयूसी) प्रमाणपत्र नहीं बनवाए हैं। नाेटिस में वाहन मालिकों को चेताया गया है कि पीयूसी बनवाएं अन्यथा 10 हजार रुपये का चालान काट दिया जाएगा। परिवहन विभाग के संयुक्त आयुक्त डा नवलेंद्र कुमार सिंह ने कहा है कि जिन वाहनों के पीयूसीसी की अवधि समाप्त हो चुकी है,परिवहन विभाग ऐसे वाहनों को नाेटिस भेज रहा है। प्रदूषण के मामले में किसी तरह का समझाैता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों ने अभी भी अपने वाहनों के पीयूसी प्रमाणपत्र नहीं बनवाए तो उनका चालान काटने का अभियान तेज किया जाएगा। अभी प्रतिदिन करीब 150 के करीब चालान काटे जा रहे हैं।
कुल 19 लाख से ज्यादा वाहन मालिकों को भेजा गया नोटिस
परिवहन विभाग ने पिछले सप्ताह बगैर पीयूसीसी वाले कुल 19,36880 वाहन मालिकों को नोटिस भेजा है। इसमें सबसे अधिक दोपहिया हैं जिनकी संख्या 14,86,309 है। इसके साथ ही बगैर पीयूसीसी वाली 3,73462 कारों, 24212 गुड्स कैरियर व 13139 कैब को नोटिस जारी किया गया है। इसी के साथ 11342 मोपेड, 13175 सामान ढोने वाले तिपहिया और 11362 सवारी वाले तिपहिया, 1561 बसों और 1355 मैक्सी कैब के मालिकों के नाम नोटिस दिया गया है।
अपडेट रखें पीयूसी प्रमाणपत्र
विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि इन नोटिस भेजने का लाभ यह हुआ है कि अमेरिका से भी उनके पास फाेन आ रहे हैं कि उनकी कार पिछले चार माह से घर पर खड़ी है और उनके मोबाइल पर नोटिस आया है कि पीयूसीसी नहीं बनने पर चालान काट दिया जाएगा। परिवहन विभाग ने कहा है कि यह तय कर पाना कठिन है कि कार सड़क पर चल रही है या घर पर खड़ी है। उन्होंने कहा कि नियम यह कहता है कि जिस तारीख में आपका पीयूसी प्रमाण पत्र समाप्त हो जाता है उस तारीख में आपका नया पीयूसी प्रमाणपत्र बन जाना चाहिए।
14 दिन में करीब पौने तीन लाख वाहनों के बने पीयूसी
परिवहन विभाग की सख्ती का असर यह दिख रहा है कि एक अक्टूबर के 14 अक्टूबर तक 279661 पीयूसी बन चुके हैं। माना जा रहा है कि 25 अक्टूबर तक इसकी संख्या काफी बढ़ने जा रही है, क्योंकि 25 अक्टूबर से उन्हीं वाहनों को पेट्रोल पंप पर ईंधन मिल सकेगा जिन के पास पीयूसी प्रमाणपत्र होगा। इसके लिए दिल्ली सरकार के आदेश जारी कर दिए हैं। इससे पहले अप्रैल में तीन लाख 64 हजार, मई में तीन लाख 31 हजार, जून में 3 लाख 79 हजार, जुलाई में 3 लाख 63 हजार, अगस्त में 3 लाख 77 हजार, सितंबर में 3 लाख 71 हजार पीयूसी प्रमाण पत्र बने हैं।
साढ़े नौ माह में 15 हजार काटे चालान
परिवहन विभाग ने प्रदूषण फैलाने के मामले में एक जनवरी से 14 अक्टूबर तक 15 हजार से अधिक चालान काटे हैं। ये भी वे वाहन हैं जो सड़कों पर प्रदूषध फैलाते पाए गए हैं या जिनके पास पीयूसी प्रमाण पत्र नहीं था। विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि यह अभियान लगातार जारी है। इसके साथ ही उम्र पूरी कर चुके वाहनों को जब्त करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। 15 साल पुराने वाहनों की श्रेणी में जनवरी 2021 से अब तक 9000 वाहन जब्त कर लिए हैं। इनमें से सबसे अधिक वाहन सड़कों पर चलते हुए के दौरान जब्त किए हैं।इसी तरह 10 साल पुराने डीजल वाहनों की श्रेणी में जनवरी 2021 से अब तक 360 वाहन जब्त किए गए हैं।