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दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी को भेजा नोटिस, खरगे बोले- ऐसी हरकतों से डरेंगे नहीं, मजबूती से खड़े रहेंगे


नई दिल्ली, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने यौन उत्पीड़न की पीड़ितों का उल्लेख किया था। इसकी जानकारी मांगने के लिए अब दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी को नोटिस भेजा है। इस मामले पर अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘हम ऐसी हरकतों से डरेंगे नहीं।’

46 दिन बाद राहुल से पूछ रहे है…

खरगे ने कहा, ‘वे हमें कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। इस तरह की हरकतों से हम डरेंगे नहीं। हम मजबूती से खड़े रहेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘भारत जोड़ो यात्रा 46 दिन पहले समाप्त हुई थी और अब वे पूछ रहे हैं कि राहुल गांधी वहां किससे मिले थे। हजारों लोग उनसे मिले और अपनी समस्याएं साझा की। अब दिल्ली पुलिस उन्हें पहचानने के लिए कह रहे हैं।’

स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर पहुंचे थे राहुल गांधी के आवास

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अपने भाषण में राहुल गांधी ने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न पीड़ितों का उल्लेख किया था। इस संबंध में जानकारी मांगने के लिए दिल्ली पुलिस ने उन्हें नोटिस भेजा था। वहीं, 19 मार्च को स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर सागर प्रीत हुड्डा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के आवास पर पहुंचे थे।

पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए जानकारी जरूरी- हुड्डा

मीडिया से बात करते हुए हुड्डा ने कहा, ‘हम यहां उनसे बात करने आए हैं। राहुल गांधी ने 30 जनवरी को श्रीनगर में बयान दिया था कि यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात कई महिलाओं से हुई और उन्होंने उन्हें बताया कि उनके साथ दुष्कर्म हुआ है। उनसे ब्योरा हासिल करने की कोशिश की जा रही है ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।’

पुलिस जानना चाहती है क्या दिल्ली की भी थी कोई पीड़िता

हुड्डा ने कहा, ‘हमारे लिए यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि क्या दिल्ली की कोई महिला थी, जिसने अपना संदेश राहुल गांधी तक पहुंचाया। यह एक गंभीर मामला है। इसमें नाबालिग पीड़ितों के भी शामिल होने की आशंका हो सकती है।’

16 मार्च को दिया गया था नोटिस

हुड्डा ने कहा, ‘इससे पहले 15 मार्च को भी हम राहुल गांधी से मिलने आए थे, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। फिर 16 तारीख को हम राहुल गांधी के आवास पर आए और नोटिस दिया कि हम आज आएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए राहुल गांधी का पक्ष जानना महत्वपूर्ण है, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।’