- नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार का दावा है कि केजरीवाल सरकार की तरफ से युद्ध स्तर पर कोविड बेड बढ़ाए जा रहे हैं. अस्पातलों में बेड बढ़ाने के लिए सरकार दिन रात काम कर रही है. दिल्ली सरकार का दावा है कि मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने खुद मोर्चा संभाल रखा है. सरकार की तरफ से तैयार कराए जा रहे कोविड सेंटर का खुद निरीक्षण कर रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द दिल्ली में बेडों की संख्या को बढ़ाया जा सके.
बेड की संख्या 300 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी
केजरीवाल सरकार ने दावा किया है कि दिल्ली में 18 दिन के भीतर बेड की संख्या में 300 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी की है. दिल्ली में 8 अप्रैल तक 6 हजार के करीब बेड थे. इनकी संख्या 26 अप्रैल तक 26 हजार को पार कर गई है. 18 दिन में 20 हजार से अधिक बेड बढ़ाए गए हैं. यानी कि 300 फीसदी से अधिक की बेडो की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
अस्पताल-कोविड सेंटरों में बेड खाली
केजरीवाल सरकार ने आगे कहा, लॉकडाउन के दौरान बेड की संख्या में बढ़ोतरी पर विशेष ध्यान दे रही है. दिल्ली के अंदर रोजाना 1 हजार से अधिक बेड बढ़ाए जा रहे हैं. यही कारण है कि कोरोना संक्रमितों मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने के बावजूद अभी भी बेड खाली है. आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के अस्पतालों में 27 अप्रैल तक 20653 कुल बेड हैं. इनमें से 1812 बेड अभी भी खाली हैं. दूसरी तरफ कोविड केयर सेंटर में 5525 बेड हैं जिनमें से 4997 बेड खाली हैं.
लॉकडाउन में इन स्थानों पर बढ़ाए बेड
नरेला के श्री राजा हरिश्चंद्र अस्पताल, मोती नगर स्थित श्री भिक्षु हॉस्पिटल, दीन दयाल हॉस्पिटल, बुराड़ी अस्पताल, अम्बेडकर नगर अस्पताल, दीनदयाल अस्पताल में बेड बढ़ाए गए हैं. इसके अलावा यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज, राउस एवेन्यू स्थिति सरकारी स्कूलों में बेड जोड़े गए हैं. राधा स्वामी सत्संग व्यास में कोविड सेंटर शुरू किया गया है. इसके अलावा डीआरडीओ की तरफ से कोविड सेंटर शुरू किया गया है.