- इस ट्रायल में बच्चों को तीन ग्रुप में बांटा गया है. पहला ग्रुप है 12 से 18 साल, जिसमें इस ऐज ग्रुप के क्लीनिकल ट्रायल के वालंटियर्स को वैक्सीन की डोज दी जाएगी. इसके बाद 6 से 12 साल के उम्र के बच्चे और फिर 2 से 6 साल के उम्र के बच्चों को वैक्सीन ट्रायल में शामिल किया जाएगा.
नई दिल्ली: दिल्ली के एम्स अस्पताल में भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल जल्द शुरू होगा. अस्पताल की एथिक्स कमिटी से जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है जिसके बाद ट्रायल शुरू किया जाएगा. मई में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने बच्चों के फेज 2 और 3 क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दी थी.
भारत में बच्चों के लिए कोरोना टीका के ट्रायल को अनुमति मिलने के बाद जल्द दिल्ली के एम्स में इसका ट्रायल शुरू होने जा रहा है. क्लीनिकल ट्रायल से पहले अस्पताल की एथिक्स कमिटी से ट्रायल की अनुमति लेनी होती है जिसके मिलने के बाद ही ट्रायल शुरू होता है. एम्स में इस ट्रायल के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉ संजय राय के मुताबिक जल्द ही इसके मिलने की संभावना है जिसके बाद ट्रायल शुरू हो जाएंगे.
इस ट्रायल में बच्चों को तीन ग्रुप में बांटा गया है. पहला ग्रुप है 12 से 18 साल, जिसमें इस ऐज ग्रुप के क्लीनिकल ट्रायल के वालंटियर्स को वैक्सीन की डोज दी जाएगी. इसके बाद 6 से 12 साल के उम्र के बच्चे और फिर 2 से 6 साल के उम्र के बच्चों को वैक्सीन ट्रायल में शामिल किया जाएगा. बच्चों के ट्रायल भी वैसा ही होगा जैसे बड़ों का हुआ है.