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दिवालिया होने की कगार पर क्रिप्टो एक्सचेंज FTX, क्लाइंट फंड से एक अरब डालर गायब होने की आशंका


नई दिल्ली, । दुनिया की तीसरे सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज FTX ने अमेरिका में दिवालिया प्रक्रिया के तहत आवदेन कर दिया है। ये ऐसे समय पर किया गया है, जब बिनेंस से डील टूटने के चलते कंपनी फंड की कमी का सामना कर रही थी। एफटीएक्स के साथ जुड़े हुए हेज फंड अल्मेडा रिसर्च और उससे जुड़ी हुई अन्य कंपनियां भी इस आवेदन का हिस्सा है।

इसके साथ ही कंपनी के सीईओ और संस्थापक सैम बैंकमैन फ्राइड ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बैंकमैन फ्राइड की संपत्ति में भी बड़ी गिरावट आई है। फोर्ब्स और ब्लूमबर्ग के अनुसार, दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन करने से पहले उनकी संपत्ति 23 बिलियन डॉलर थी, जिसमें अब बड़ी गिरावट आ चुकी है।

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FTX में हुई बड़ी गड़बड़ी

समाचार एजेंसी एपी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि FTX में चल रही दिक्क्तों के पीछे कंपनी कुछ हद तक खुद ही जिम्मेदार है। अमेरिका का डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन जांच कर रहे हैं कि क्या कंपनी के परिचालन में कोई आपराधिक कृत्य किया गया है। वहीं, जांच में इस बात ध्यान केंद्रित किया जा रहा है कि क्या FTX में ग्राहकों के फंड का उपयोग अल्मेडा रिसर्च में ट्रेडिंग करने के लिए किया है।

FTX के धाराशायी होने पर समाचार एजेंसी रायटर्स ने मामले से जुड़े लोगों के हवाले से बताया कि कंपनी ने ग्राहकों के कुछ फंड में कम से कम एक बिलियन डॉलर की धनराशि गायब है। क्रिप्टो एक्सचेंज के संस्थापक सैम बैंकमैन- फ्राइड ने बड़ी चालाकी से ग्राहकों का 10 बिलियन डॉलर का फंड अपनी कंपनी अल्मेडा रिसर्च में ट्रांसफर किया था।

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क्रिप्टोकरेंसी बाजार में बड़ी गिरावट

FTX के दिवालिया प्रक्रिया के तहत आवेदन करने के बाद बिटकॉइन में 5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी और इसकी कीमत भी 16,000 डॉलर के नीचे चली गई है। इसके साथ अन्य क्रिप्टोकरेंसी पर भी दबाव देखा जा रहा है।