नयी दिल्ली (आससे.)। अमेरिकी फेड की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के बीच वैश्विक बाजारों में तेजी के चलते गुरुवार को शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुए। बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी में एक प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 826.23 अंक या 1.04 प्रतिशत उछलकर 83,467.66 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,010.05 अंक या 1.22 प्रतिशत बढ़कर 83,615.48 अंक पर पहुंच गया। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 261.75 अंक या 1.03 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,585.30 पर आ गया। घरेलू आय में सुधार और नए विदेशी निवेश के कारण वित्तीय और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के शेयरों में मजबूती से सेंसेक्स और निफ्टी ने व्यापक बढ़त हासिल की। बीते दो सत्रों में सेंसेक्स 1,500 अंक से ज्यादा चढ़ा है। वहीं, निफ्टी 1.9त्न उछला है। डॉलर के मुकाबले 21 पैसे की बढ़त के साथ 87.87 (अनंतिम) पर बंद हुआ। प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी मुद्रा के नरम पड़ने और निवेशकों में जोखिम की भावना के फिर से उभरने से यह तेजी आई।सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक महिंद्रा बैंक, टाइटन, एक्सिस बैंक, अडानी पोर्ट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स और एचडीएफसी बैंक प्रमुख लाभ में रहे। वहीं, इटर्नल और इंफोसिस पिछड़ गए।एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2.49 प्रतिशत, जापान का निक्केई 225 सूचकांक 1.27 प्रतिशत और शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक 0.10 प्रतिशत बढ़ा। हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोप के बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार अधिकतर बढ़त के साथ बंद हुए। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “सकारात्मक वैश्विक संकेतों और भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता को लेकर नए आशावाद से उत्साहित घरेलू शेयर बाजारों ने अपनी मजबूत रिकवरी रैली को जारी रखा। वित्त वर्ष 2026 की तीसरी तिमाही में मांग में सुधार की उम्मीद, एफआईआई प्रवाह के शुरुआती संकेत, अमेरिकी फेड की नरम टिप्पणी और डॉलर सूचकांक में नरमी से धारणा को और बल मिला।
