नई दिल्ली। ऑनलाइन पोर्टल न्यूजक्लिक के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल ने यूएपीए और आईपीसी की धाराओं में जो एफआईआर दर्ज की है उसके तथ्य अब सामने आए हैं। चीन से फंडिंग मिलने के आरोपों से घिरे न्यूजक्लिक के प्रमोटरों और उससे जुड़े पत्रकारों पर पुलिस ने गंभीर आरोप में मुकदमे दर्ज किए हैं।
पुलिस ने अपनी एफआईआर में कहा कि ये लोग वैश्विक और घरेलू स्तर पर देश की संप्रभुता को चोट पहुंचाने के लिए पैसा लिया और प्रोपेगेंडा के तहत कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को विवादित क्षेत्र बताया है।
चीन से पैसा लेकर फैलाया प्रोपेगेंडा: पुलिस
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पुलिस ने आरोपितों पर आरोप लगाया है कि ये लोग वैश्विक और घरेलू स्तर पर एक कहानी फैला रहे थे, जिसमें यह कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश विवादित क्षेत्र बताते हैं। साथ ही उन्होंने भारत की उत्तरी सीमाओं के साथ छेड़छाड़ कर कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को नक्शे में भारत के हिस्सों के रूप में दिखाने की गलत कोशिश की हैं जो भारत की एकता और क्षेत्रीय अखंडता को कमजोर करने के इरादे से किया है।
पुलिस यह भी आरोप लगाया है, भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बाधित करने, भारत के खिलाफ असंतोष पैदा करने और एकता, अखंडता, सुरक्षा को खतरे में डालने के इरादे से साजिश के तहत भारत के लिए विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में अवैध रूप से करोड़ों की विदेशी धनराशि का निवेश किया गया है।
गैर कानूनी रूप से किया धन का गबन
FIR के मुताबिक, न्यूजक्लिक के एडिटर प्रबीर पुरकायस्थ और उनके साथी जोसेफ राज, अनूप चक्रवर्ती (अमित चक्रवर्ती के भाई) , बप्पादित्या सिन्हा (वर्चुनेट सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रमोटर) द्वारा गैर कानूनी रूप से धन का गबन किया है। यह भी पता चला है कि इस धन को तीस्ता सीतलवाड के साथी गौतम नवलखा, जावेद आनंद, तमारा, जिब्रान, उर्मिलेश, अरात्रिका हलदर, परंजय गुहा ठाकुरता, त्रिना शंकर और अभिसार शर्मा के बीच बांटा गया था।