प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को असम में विकास परियोजनाओं की सौगात देते हुए देश विरोधी ताकतों पर हिंदुस्तानी चाय को बदनाम करने की साजिश में लिप्त होने का आरोप लगाया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश को बदनाम करने वाले विदेशों में बैठीं शक्तियां भारतीय चाय इससे जुड़ी पहचान पर हमले की कोशिश कर रहीं हैं, हर हिंदुस्तानी चाय पीने वाला व्यक्ति इसका जवाब लेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने असम के चाय बगानों में काम करने वाले लोगों तक संदेश पहुंचाते हुए कहा, आज देश को बदनाम करने के लिए साजिश रचने वाले इस स्तर तक पहुंच गए हैं कि भारत की चाय को भी नही छोड़ रहे हैं.
आपने खबरों में सुना होगा कि ये साजिश करने वाले कह रहे हैं कि भारत की चाय की छवि को दुनिया भर में योजनाबद्ध तरीके से बदनाम करना है. कुछ दस्तावेज सामने आए हैं, जिनसे खुलासा होता है कि विदेश मे बैठी ताकतें चाय के साथ भारत की पहचान पर हमला करने की फिराक में हैं. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले महीने असम में आकर गरीब, पीड़ित, शोषित लोगों को जमीन के पट्टों के वितरण कार्यक्रम का हिस्सा बनने का मुझे सौभाग्य मिला था
हिन्दुस्तानी चाय को बदनाम कर रहे लोग
चाय बागानों के लिए मशहूर असम की जनता से सवाल करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, क्या आपको यह हमला मंजूर है? इस हमले के बाद चुप रहने वाले लोग मंजूर हैं आपको? हर किसी को जवाब देना पड़ेगा, जिन्होंने हिंदुस्तान की चाय को बदनाम करने का बीड़ा उठाया है. सभी राजनीतिक दलों को हर चाय बगान को जवाब देना पड़ेगा. हिंदुस्तान की चाय पीने वाला हर व्यक्ति को जवाब देना पड़ेगा.
जितनी चाहे साजिश कर लो, मंसूबे कामयाब नहीं होंगेः पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, इन साजिशकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि जितने मर्जी साजिश कर लें, देश इनके मंसूबे को कामयाब नहीं होने देगा. इन हमलों में इतनी ताकत नहीं है कि हमारे चाय बगान मजदूरों के परिश्रम का मुकाबला कर सकें. देश इसी तरह विकास प्रगति के रास्ते पर बढ़ता रहेगा. असम इसी तरह विकास की नई-नई ऊंचाइयों को छूता रहे राज्य के विकास का पहिया इसी तेज गति से घूमता रहेगा, इसके लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है.