बताया जा रहा है कि कागजी तौर पर इसलिए दिल्ली सरकार को अवगत कराया गया है, क्योंकि सुशील पहलवान दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले छत्रसाल स्टेडियम में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात है. अब सवाल उठता है की हत्या और अपरहण के मामले में फरार होने के बाद सुशील के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद भी दिल्ली सरकार ने उसे उसके पद से अब तक हटाया नहीं है. जबकि दिल्ली मे लॉकडाउन के बाबजूद सुशील पहलवान लारेंस विश्नोई और काला जखेड़ी गैंग के बदमाशों को लेकर स्टेडियम में दाखिल हुआ था. जहां पहलवानों के दो गुटों में मारपीट हुई, जिसमें एक पहलवान की मौत हो गई थी. दिल्ली पुलिस सरगर्मी से सुशील पहलवान की तलाश मे जुटी है.
आपको बता दें कि हत्या के इस मामले में कथित रूप से सुशील कुमार का नाम सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने उनके घर पर रेड मारी थी. दरअसल, दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानों के दो गुटों के बीच मारपीट हो गई थी, जिसमें 23 साल के एक पहलवान की मौत हो गई थी. बताया जा रहा है इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस ने सुशील कुमार समेत दो अन्य पहलवानों के घर छापेमारी की गई थी.