(आज समाचार सेवा)
पटना। बिहार का चर्चित लोक नृत्य लौंडा नाच मशहूर रंगमंच कलाकार भिखारी ठाकुर जी के समय से काफी प्रचलन में रहा है। भिखारी ठाकुर अपने नाटकों के जरिए पुरुष होते हुए भी महिलाओं के वेषभूषा में मंच पर अपनी कला को प्रस्तुत करते थे। उनकी कला को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आया करते थे। पर, समय के साथ-साथ अब सब बदल चुका है। आजकल नाटक और उनके कलाकारों को हीन नजर से देखा जाता है। जब कोई कलाकार स्त्री के परिवेश मे नाच करता है , तो उसे लोगों से ताने भी सुनने पड़ते हैं और उसे लौंडा नाम से पुकारते हैं। लेकिन, फिर भी वे कलाकार अपनी कलाकारी नहीं छोड़ते। अपनी कलाकारी को जिन्दा रखते हैं।
कलाकार के इस जीवन संघर्ष को फिल्म निर्देशक अभिनव ठाकुर बड़े पर्दे पर फिल्म ‘द लिपस्टिक बॉय’ के द्वारा ला रहे हैं। सेंड फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले बनी हिंदी फिल्म ‘द लिपस्टिक बॉय’ बिहार के चर्चित लोक नृत्य लौंडा नाच पर आधारित है। इसका फिर्स्ट लुक सोमवार को मुंबई से सोशल मिडिया पर जारी किया गया है। फिल्म जल्द ही दर्शकों के बीच होंगी। इसके निर्माता दीपक सावंत व निकुंज शेखर हैं।
फिल्म के निर्देशक अभिनव ठाकुर ने ‘आज’ को बताया कि यह फिल्म बिहार के चर्चित लौंडा नाच पर आधारित है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक लडक़ा लडक़ी की वेषभूषा में नृत्य करता है। इसमें उस किस-किस दौर से गुजरना पड़ता है। समाज का ताना सुनते हुए भी अपनी कलाकारी को जिन्दा रखता हैं। फिल्म में मुख्य किरदार की बात करें, तो बिहार के रहने वाले चर्चित फिल्म व टीवी एक्टर मनोज पटेल मुख्य भूमिका में हैं। इस फिल्म के सभी अन्य पात्र पटना से हैं। फिल्म की शूटिंग साल 2020 मे बिहार के नालंदा और पटना में हुई। लेकिन, लॉकडाउन और कोरोना के चलते बंद पड़े सिनेमा हॉल की वजह से फिल्म रिलीज नहीं हो पायी थी। अब फिल्म जल्द ही दर्शकों के बीच होगी।
निर्देशक अभिनव ठाकुर कहते हैं कि इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य बिहार से लुप्त हो रहे चर्चित लौंडा नाच को देश-दुनिया तक पहुंचाना है। यह दिखाना है कि इस कलाकारी में कितने संघर्ष है। एक समय था, जब भोजपुरी के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर द्वारा महिला के गेटप में ये नाच प्रचलित था। उनके द्वारा लिखा हुआ नाटक बिदेसिया का बोलबाला बॉलीवुड के गलियारों तक था, परन्तु बदलते वक्त के साथ लोगों की दिलचस्पी और परंपरा दोनों बदल गयी।
बिहार में आज भी कई ऐसे कलाकार हैं, जो नाच की इस विधा को जीवंत रखे हुए हैं। उन्ही में से एक बिहार के चर्चित डांसर कुमार उदय सिंह हैं। यह फिल्म कुमार उदय सिंह पर आधारित है। इसे रचनात्मक स्वतंत्रता के लिए पूरे विश्व भर के दर्शकों के लिए बनाया गया है।