- चंडीगढ़. कोटकपूरा व बहिबल कलां गोलीकांड (Kotkapura and Bahibal Kalan firing case) को लेकर पंजाब कांग्रेस में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, चरणजीत सिंह चन्नी और गुरप्रीत कांगड़ (Cabinet ministers Sukhjinder Singh Randhawa, Charanjit Singh Channi and Gurpreet Kangar) सहित राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा (Rajya Sabha member Pratap Singh Bajwa) और लुधियाना से सांसद रवनीत बिट्टू (MP Ravneet Bittu) के बीच हुई बैठक से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Chief Minister Captain Amarinder Singh) के खेमे में खलबली मची हुई है.
नशा रोकने की नाकामी पर भी खफा हैं नेता
इस बैठक के दकैप्टन भी सक्रिय हो गए हैं और बताया जा रहा है कि उन्होंने सलाहकार भरत इंदर सिंह चाहल को कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा से बातचीत करने के लिए भी भेजा, लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ पाई. इस बीच पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की बयानबाजी पर अंकुश लगाने में कैप्टन नाकाम रहे हैं. इसी दौरान कैप्टन ने मंत्रिमंडल में विस्तार करने का दबाव भी बनाने की कोशिश की, मगर सांसदों और कैबिनेट मंत्री के बीच हुई बैठक भारी पड़ती नजर आ रही है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में पंजाब से नशा खत्म करने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई. इसी मुद्दे को लेकर 2017 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर कांग्रेस सत्ता में आई थी.