जदयू का दामन छोड़ने के बाद राष्ट्रीय लोक जनता दल के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की सुरक्षा व्यवस्था में इजाफा हुआ है। केंद्र सरकार ने उपेंद्र कुशवाहा को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है। हाल ही में कुशवाहा ने जदयू को छोड़कर नई पार्टी बनाई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एक लंबे टकरार के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने 20 फरवरी को जदयू से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रीय लोक जनता दल नाम की एक नई पार्टी बनाई है। अब आईबी की रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने उपेंद्र कुशवाहा की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई है।
इससे पहले मुकेश सहनी को मिली थी वाई प्लस सुरक्षा
इससे पहले विकासशील इंसान पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी को भी वाई प्लस की सुरक्षा दी गई थी। वहीं, कुछ दिन पहले ही राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रमुख चिराग पासवान को जेड सुरक्षा मुहैया कराई गई थी।
उपेंद्र कुशवाहा को वाई प्लस क्षेणी सुरक्षा मिलने के बाद राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इसके पीछे भाजपा कोई बड़ी रणनीति तो नहीं बना रही है।
उपेंद्र कुशवाहा के जदयू छोड़ने से पहले उनके बगावती तेवर को देखकर चर्चा थी कि वे भाजपा में जा सकते हैं। सुरक्षा व्यवस्था बढ़ने के बाद फिर से उनके भाजपा में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं।
बता दें कि जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके कुशवाहा ने मीडिया के सामने आकर नीतीश कुमार पर बातचीत नहीं करने का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी कहा कि जदयू नीतीश कुमार के कारण कमजोर हो रही है।
कुशवाहा ने पार्टी छोड़ने से पहले कहा था कि अभी भी नीतीश कुमार बात कर लें तो वो उनसे मिलने को तैयार हैं। वे नीतीश कुमार और राजद के गठबंधन के बाद से ही खफा चल रहे थे।
उन्होंने साफ कहा कि जिस जंगलराज को बिहार में खत्म करने के लिए जदयू ने संघर्ष किया, आज नीतीश कुमार उनके साथ हो गए। हालांकि, नीतीश कुमार की तरफ से कोई पॉजिटिव रिएक्शन नहीं आने पर उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जदयू छोड़ने और नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया।