नीतीश कुमार ने कथित तौर पर प्रसाद से एक सार्वजनिक मंच पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा। वह यह भी चाहते हैं कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इस मामले का संज्ञान ले क्योंकि उनके डिप्टी के भ्रष्टाचार में कथित संलिप्तता के कारण राज्य सरकार को भारी शमिर्ंदगी का सामना करना पड़ रहा है।
इससे पहले विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा था कि कथित घोटाले का पता राम प्रकाश महतो ने अगस्त 2020 में लगाया था उन्होंने फरवरी 2021 में नीतीश कुमार को एक पत्र भी लिखा, लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री ने संज्ञान नहीं लिया।