काठमांडू, नेपाल में कड़ी सुरक्षा के बीच नई संसद और प्रांतीय विधानसभाओं के सदस्यों के चुनाव में लगभग 61 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। बता दें कि सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस ने सोमवार को प्रतिनिधि सभा की पहली सीट जीत दर्ज की।
देशभर में 22,000 से अधिक मतदान केंद्रों में मतगणना स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे संपन्न हुआ। इस दौरान केंद्रों पर चुनाव आयोग के अधिकारी, पार्टियों के प्रतिनिधि और मीडिया मौजूद रहे। द हिमालयन टाइम्स अखबार ने बताया कि काठमांडू के सभी निर्वाचन क्षेत्रों के लिए वोटों की रिकॉर्डिंग शुरू हो गई है। इसके अलावा कास्की, झापा, मस्तंग, सप्तरी, बांके, रूपनदेही और नवलपरासी पश्चिम में भी मतगणना शुरू हो गई है।
नेपाली कांग्रेस (NC)का खुला खाता
चुनाव में नेपाली कांग्रेस ने अपना खाता खोल लिया है। उम्मीदवार योगेश गौचन ठकाली को मस्टैंग से प्रतिनिधि सभा के सदस्य के रूप में चुना गया है। चुनाव आयोग के अनुसार, गौचन ने अपने प्रतिद्वंद्वी सीपीएन-यूएमएल के प्रेम तुलाचन के खिलाफ 3,992 वोट हासिल किए। वहीं प्रेम तुलाचन को केवल 3,078 वोट ही मिले।
जिला चुनाव प्रबंधन समिति ने कहा कि ओलंगचुंगोला, यांगमा, ग्याब्ला और घुंसा मतदान केंद्रों के मतपेटियों को भूमि मार्ग से लाया जा रहा है। इस बीच बैतड़ी जिले के पाटन नगर पालिका के निंगलाडी नाले में एक जीप के पहाड़ी से नीचे गिर जाने से चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए। ये सभी पुलिसकर्मी जिला मुख्यालय पर मतपेटियां सौंपने के बाद ड्यूटी पर लौट रहे थे।
संघीय संसद के लिए 275 और विधानसभा की 550 सीटों के लिए मतदान
नेपाल में पिछले दो चुनावों की तुलना में मतदान का प्रतिशत काफी कम रहा। वर्ष 2013 में जहां 77 फीसदी रहा तो वहीं 2017 में 78 फीसदी ही रहा। 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा और प्रांतीय विधानसभाओं का चुनाव करने के लिए 17.9 मिलियन से अधिक मतदाता है।
संसद के कुल 275 सदस्यों में से 165 का चयन प्रत्यक्ष मतदान के जरिये होगा। वहीं बाकी के 110 आनुपातिक चुनाव प्रणाली के माध्यम से चुने जाएंगे। बता दें कि मतदाताओं ने सात प्रांतीय विधानसभाओं के प्रतिनिधियों को चुनने के लिए भी मतदान किया। प्रांतीय विधानसभाओं के कुल 550 सदस्यों में से 330 सीधे चुने जाएंगे और 220 आनुपातिक पद्धति से चुने जाएंगे।
चुनाव लड़ने वाले दो प्रमुख राजनीतिक गठबंधन
नेपाल में चुनाव लड़ने वाले दो प्रमुख राजनीतिक गठबंधन हैं। सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले लोकतांत्रिक और वामपंथी गठबंधन और सीपीएन-यूएमएल के नेतृत्व वाले वामपंथी और हिंदू समर्थक, राजशाही समर्थक गठबंधन। प्रधानमंत्री देउबा के नेतृत्व वाली नेपाली कांग्रेस ने पूर्व माओवादी गुरिल्ला नेता प्रचंड के साथ पूर्व प्रमुख ओली के खिलाफ एक चुनावी गठबंधन बनाया है।