चंडीगढ़। पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने भगवंत मान सरकार को एक और झटका दिया है। राज्यपाल ने सीएम भगवंत मान से पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) लुधियाना के वीसी डा. सतबीर गोसल को हटाने के लिए कहा है। राज्यपाल ने कहा कि गोसल की नियुक्ति बिना उनकी मंजूरी के की गई है। यूजीसी के मानदंडों का पालन करते हुए नियुक्ति अवैध है। राज्यपाल ने सरकार को नए वीसी की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने को कहा है।
प्रसिद्ध खोजकर्ता डा. सतबीर सिंह गोसल को अगस्त माह के मध्य में पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (Punjab Agricultural University – PAU) का नया वीसी नियुक्त किया गया था। पीएयू में एक वर्ष से वीसी का पद रिक्त था। अब राज्यपाल के रुख के बाद एक बार फिर यह पद रिक्त होने की संभावना बन गई है।
बता दें, पंजाब में राजभवन व सरकार के बीच टकराव लगातार बढ़ रहा है। राज्य में इस टकराव की शुरुआत पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र को बुलाने को लेकर शुरू हुआ था। राज्यपाल ने पहले सत्र को 22 सितंबर से बुलाने की मंजूरी और बाद में इसे वापस ले लिया। इसके बाद राज्यपाल व सरकार आमने सामने हो गई।
राज्य सरकार ने इसके बाद 27 सितंबर को सत्र बुलाया, लेकिन राज्यपाल ने इस दौरान सत्र का एजेंडा मांग लिया। एजेंडा मिलने पर ही राज्यपाल ने सत्र को बुलाने की मंजूरी दी।
बाबा फरीद यूनिर्वसिटी आफ हेल्थ साइंस की वीसी पर भी फंसा पेंच
इससे पहले, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाबा फरीद यूनिर्वसिटी आफ हेल्थ साइंस फरीदकोट के अगले वाइस चांसलर डा. गुरप्रीत सिंह वांडर के नाम को मंजूरी दी थी। इस पर राजभवन ने अड़ंगा डाल दिया है। हालांकि इस घटनाक्रम के बाद वांडर ने खुद ही वीसी न बनने की इच्छा जताई।
बताया जा रहा है कि राजभवन ने फाइल यह कहते हुए लौटाई कि सर्च कमेटी की ओर से शाटलिस्ट किए गए तीन नामों को पैनल भेजा जाए। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने नियुक्ति में पूरी प्रक्रिया अपनाने को कहा।