Latest News पंजाब

पंजाब: शहरों के मुकाबले गांवों में ज्यादा मौत, लापरवाही बनी ‘हाई डेथ रेट’ की मुख्य वजह


  • पंजाब के ग्रामीण इलाकों (Rural Punjab) में कोरोना से मृत्यु दर (Corona Death Rate) शहरी क्षेत्रों (Urban Area) की तुलना में ज्यादा है. ग्रामीण क्षेत्रों में जहां मृत्यु दर 2.8 प्रतिशत है, वहीं शहरी क्षेत्रों में यह 0.7 प्रतिशत है. एक्सपर्ट ने कहा कि कोरोना के लक्षणों को नजरअंदाज करना, प्रॉपर ट्रीटमेंट न करवाना, सेल्फ मेडिटेशन न करना और अस्पताल जाने में देरी ही ग्रामीण क्षत्रों में मृत्यु दर बढ़ने के प्रमुख कारण हैं.

हेल्थ डिपार्टमेंट के रिकॉर्ड से मालूम चलता है कि ग्रामीण इलाकों से अस्पताल पहुंचने वाले 84 प्रतिशत मरीज कोरोना की गंभीर स्थिति में होते हैं और सबसे ताज्जुब की बात ये है कि उनमें से कई लोगों ने अपना RT-PCR टेस्ट भी नहीं करवाया होता. जब वे लोग अस्पताल आते हैं तभी उनका कोरोना टेस्ट किया जाता है, जिसमें वो पॉजिटिव पाए जाते हैं.

ग्रामीण क्षेत्रों में हाई डेथ रेट पंजाब के CFR (Case Fatality Rate) में उछाल के लिए जिम्मेदार है, जो कि वर्तमान में 2.45 प्रतिशत है और पूरे देश के सीएफआर से दोगुना अधिक यानी 1.12 प्रतिशत है. राज्य के कोविड-19 बुलेटिन से यह भी मालूम चलता है कि कोरोना की इस दूसरी लहर में ग्रामीण आबादी वाले जिलों में संक्रमण से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है.

सामान्य फ्लू समझकर कर रहे कोरोना के लक्षणों को नजरअंदाज

अधिकारियों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में जागरूकता लाने की बहुत आवश्यकता है. ग्रामीण लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल से अवगत कराना और उन्हें मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन के महत्व को बताया जाना चाहिए. राज्य में कोविड-19 नोडल अधिकारी डॉ राजेश भास्कर ने कहा कि ग्रामीण मरीजों में हाई डेथ रेट के पीछे मुख्य कारण यह है कि वे अपनी जांच देरी से करा रहे हैं और दिखने वाले लक्षणों को नजरअंदाज कर रहे हैं.