टेक्नोलॉजी सीखने से मिलेगा रोजगार: सीएम
(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य के १४९ आइटीआइ को टाटा टेक्नोलॉजी के सहयाग से सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनेगा। यहां ऑन लाइन ट्रेनिंग के साथ फिजिकल ट्रेनिंग भी करायें। जिन आइटीआइ भवनों का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है उन्हें जल्द पूरा करायें और उसे नये भवन में शिफ्ट करायें। जरूरत के अनुरूप ट्रेनरों की संख्या भी बढ़ायें। नयी टेक्नोलॉजी सीखने से छात्रों को बेहतर रोजगार मिल सकेगा साथ ही उद्योग क्षेत्र का भी विकास होगा। मुख्यमंत्री गुरूवार को श्रम संसाधन विभाग के कामकाज की समीक्षा के दौरान बोल रहे थे।
श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि सरकार इंडस्ट्री ४.० के तहत प्रथम चरण में राज्य के ६० आइटीआइ को उन्नत बनाने का कार्य मार्च २०२२ तक पूरा कर लिया जायेगा। प्रत्येक वर्ष इसमें १५ हजार बच्चों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रदेश के युवा अपने कौशल का विकास कर अपने लिए रोजगार और स्वरोजगार देश और विदेश में आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश के युवाओं को विश्व स्तरीय सुविधा दिये जाने हेतु कौशल विकास केंद्रों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।
विभाग के सचिव मिहिर कुमार सिंह कहा कि बिहार के आइटीआइ को उद्योगों के बदलते परिवेश को देखते हुए नर्यी तकनीकों से लैस किया जायेगा ताकि बिहार के युवा तकनीकी प्रशिक्षण के बाद सीधे उद्योगों की आवश्यकताओं को पूरा कर सकें। योजना के तहत प्रथम चरण में बिहार ६० आइटीआइ पर कुल २१८८ करोड़ खर्च की जायेगी। ८८ प्रतिशत राशि टाटा टेक्रॉलाजी के द्वारा जबकि १२ प्रतिशत राज्य सरकार खर्च करेगी। प्रत्येक आइटीआई को १००० स्क्वायर फिट जगह उपलब्ध कराया जायेगा।
प्रत्येक आइटीआइ में ३८.४८ करोड़ खर्च कर उसे सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनाया जोयगा। इसे हब एंड स्पोक मॉडल के आधार पर स्थापित किया जायेगा। टाटा टेक सभी आइटीआइ को ट्रेनर के साथ सहयोग करेगी और नयसे अपग्रेड टूल्स मशीनरी एवं पाठयक्रम बनाने में भी सहायता करेगी।
बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार, मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, श्रम संसाधन के प्रधान सचिव मिहिर कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल सिंह, टाटा टेक्नोलॉजी के उपाध्यक्ष सुशील कुमार, निदेशक ग्लोबल एजुकेशन पुष्कर राज कॉलगुड सहित अन्य वरीय पदाध्किारी मौजूद थे।