पटना

पटना: उपेंद्र, अशोक, जनक, देवेश, रामबचन, संजय समेत 12 बने एमएलसी


राज्यपाल ने दी मंजूरी अधिसूचना जारी

(आज समाचार सेवा)

पटना। लंबे समय से  राज्यपाल कोटा से विधान परिषद में १२ सदस्यों के मनोनयन की कबायद बुधवार को पूरी हो गयी। जिन्हें विधान परिषद सदस्य के रुप में मनोनीत किया गया है उनमें भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, खनन एवं भूतत्व मंत्री जनक राम, रालोसपा का जदयू में विलय कर घर लौटे उपेंद्र कुशवाहा,  प्रो डा रामबचन राय,  संजय कुमार सिंह, ललन कुमार सर्राफ, डा राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, संजय सिंह, देवेश कुमार, डा प्रमोद कुमार एवं श्रीमति निवेदिता सिंह। राज्यपाल फागू चौहान की सहमति के बाद निर्वाचन विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है। सभी मनोनीत सदस्यों को विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने बुधवार को ही पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।

मंगलवार को मंत्रिमंडल ने मनोनयन कोटा से विधान परिषद में १२ सदस्यों के मनोनयन हेतु राज्यपाल से सिफारिश करने के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया था। बुधवार को राज्यपाल ने मुख्यमंत्री की अनुशंसा पर दो मंत्री समेत १० अन्य के विधान परिषद सदस्य के रुप में मनोनयन पर अपनी सहमति दे दी। इसके बाद अधिसूचना जारी कर दी गयी है। इस मनोनयन में जदयू और भाजपा के छह-छह सदस्य मनोनीत हुए हैं।

अब तक भाजपा सदन में बड़े भाई होने का दावा करते हुए सात एमएलसी देने का दावा कर रही थी। इस हिसाब से उसे एक सीट की क्षति हुई। मजेदार बात यह है कि हम सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और वीआइपी प्रमुख एवं पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी भी एक-एक एमएलसी मांग रहे थे। बहरहाल इस प्रकरण का अब पटाक्षेप हो गया है।

अब बोर्ड-निगम में हिस्सेदारी को लेकर कयास लगाये जा रहे हैं। राजनीतिक गलियारे में इसको लेकर लाबिंग तेज हो गयी है। अपने-अपने आका के यहां बायोडाटा जमा कराया जाने लगा है। उम्मीद है कि जल्द ही इस पर भी एनडीए के घटक दलों के बीच सहमति बन जायेगी।