(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी), 2019 के लिए न्यूनतम उत्तीर्णांक के आधार पर घोषित सभी क्वाइलिफाइड अभ्यर्थियों को माध्यमिक शिक्षकों के सातवें एवं आगे की नियुक्ति के चरण में सम्मिलित होने के मौका मिलेगा।
इससे संबंधित आदेश शिक्षा विभाग ने शनिवार को जारी किया है। आदेश के मुताबिक शिक्षक पद पर नियुक्ति की काररवाई जिला परिषद एवं नगर निकाय के अधीन गठित नियुक्ति प्राधिकार के द्वारा किया जाता है। इस हेतु मेधा अंक के आधार पर मेधा सूची का निर्माण अलग से किया जाता है। माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी संबंधित नियोजन इकाई के स्तर से तैयार किये गये मेधा सूची में उनके स्थान और नियोजन इकाई अंतर्गत उपलब्ध विषयवार एवं कोटिवार पद के आधार पर नियुक्ति हेतु पात्र होंगे।
यह आदेश शिक्षा विभाग ने इस मामले में गठित कमेटी की अनुशंसा के आलोक में लिया है। कमेटी ने बिहार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा, 2011 के परिणाम से सामंजन स्थापित करने और नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत के आधार पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी), 2019 के परिणाम, जो दो श्रेणी ‘क्वाइलिफाइड एंड इन मेरिट लिस्ट’ एवं ‘क्वाइलिफाइड बट नॉट इन मेरिट लिस्ट’ में रखा गया, में सम्मिलित अभ्यर्थियों को अन्य निर्धारित शर्तों के अधीन माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों के सातवें एवं आगे की नियुक्ति के चरण में सम्मिलित होने का अवसर देने की अनुशंसा की गयी।
7वें चरण में 25270 सेकेंडरी व 12170 प्लसटू शिक्षकों की होगी नियुक्ति
पटना (आशिप्र)। राज्य में सातवें चरण में 37,440 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इनमें 25,270 माध्यमिक शिक्षक एवं 12,170 उच्च माध्यमिक शिक्षक होंगे।
सातवें चरण में माध्यमिक शिक्षक के अंग्रेजी में 5054, गणित में 5054, विज्ञान में 5054, सामाजिक विज्ञान में 5054, हिंदी में 3000, संस्कृत में 1054 एवं उर्दू में 1000 पद हैं।
इसी प्रकार उच्च माध्यमिक शिक्षक के अंग्रेजी में 2125, गणित में 2104, भौतिकी में 2384, रसायन शास्त्र में 2221, प्राणीशास्त्र में 723, बनस्पति शास्त्र में 835, कम्यूटर साइंस में 1673, मैथिली में 105 पद हैं।
दरअसल, माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) के प्रमाण पत्र की अनुमान्यता जीवनपर्यंत करने की पृष्ठभूमि में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी), 2011 के अभ्यर्थी, जिनके माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) प्रमाण पत्र की अनुमान्यता पूर्व में सातवें चरण के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षक नियोजन हेतु नहीं रह गयी थी और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी), 2019 में उत्तीर्ण अभ्यर्थी, जो ‘क्वाइलिफाइड बट नॉट इन मेरिट लिस्ट’ में रखे गये, की पात्रता के संबंध में समीक्षा करने के लिए शिक्षा विभाग ने 22 जून को विभाग के सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की थी। इसमें प्राथमिक शिक्षा निदेशक, माध्यमिक शिक्षा के उपनिदेशक अमित कुमार एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परीक्षा नियंत्रक (विविध) सदस्य बनाये गये थे।