पटना

पटना: क्राइम करनेवालों को किसी हालत में छोड़ा नहीं जायेगा


कोरोना पर है पूरी नजर, वैक्सिनेशन के काम में तेजी लायी जाये : मुख्यमंत्री

(आज समाचार सेवा)

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में क्राइम करनेवालों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जायेगा। कोई किसी का मर्डर करके बच नहीं सकता है। मुख्यमंत्री सोमवार को जदयू कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद बाहर निकलकर संवाददाताओं से बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने मधुबनी में होली के दिन हुर्ई आपराधिक घटना पर पत्रकारों से कहा कि दोषियों के खिलाफ तेजी से सख्त एक्शन और ट्रायल होगा।

उन्होंने कहा कि कोई मुझपर आरोप लगा रहा हो, लेकिन अकारण मेरी कोई प्रतिक्रिया नहीं होती है, क्योंकि मैं दिनभर काम करता हूं, यह लोगों को मालूम है। अगर क्राइम की कोई घटना होती है तो उसे देखना पुलिस की जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि मधुबनी की घटना को लेकर कम से कम पांच बार पुलिस महानिदेशक से बात हुई है। आज भी दो बार बात हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नवादा में घटना घटित हुई तो वहां तत्काल टीम भेजी गयी। अब आप सब देख रहे हैं कि क्या हो रहा है। कहीं भी कोई घटना घटती है या कोई जानकारी मिलती है तो अधिकारियों द्वारा हमें भी सूचना मिलती है। अगर लोगों से कोई नयी चीज की जानकारी अन्य प्रकार से मिलती है तो उसके बारे में भी तत्काल हम अधिकारियों को निर्देश देते हैं। सभी काम हो रहे हैं, हम एक-एक चीज को देख रहे हैं। किसी की उपेक्षा नहीं की जाती है। अगर किसी ने उपेक्षा की तो उसके ऊपर काररवाई होती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले को ध्यान में रखते हुए हमने मीटिंग की और वर्तमान स्थिति से अवगत हुए है। कोरोना बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना दूसरे देशों में भी और अपने देश के कई प्रांतों में बढ़ रहा है। बिहार में भी भले ही उतना ज्यादा नहीं है लेकिन बढऩा शुरू हुआ है। लोगेां को सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए। अभी बहुत ज्यादा कार्यक्रम नहीं करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कुछ दिन के लिए सामूहिक कार्यक्रमों से परहेज करनी चाहिए। एक सप्ताह के लिए स्कूल-कॉलेज को बंदकर दिया गया है। हम पूरी स्थिति को देख रहे हैं। वैक्सीनेशन के बाद जांच की संख्या घटते-घटते बीस हजार पर पहुंच गयी है। हमने तुरंत मीटिंग बुलाकर जांच की संख्या बढ़ानें का निर्देश दिया है। पिछली मीटिंग में जांच की संख्या प्रतिदिन एक लाख तक पहुंचाने का निर्देश दिया है क्योंकि जितनी तेजी से जांच होगी लोगों को उतना ही फायदा होगा।

उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा जांच आरटीपीसीआर से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना की स्थिति का हम प्रतिदिन रिपोर्ट लेते हैं। कोरोना को लेकर कल भी मीटिंग होनेवाली है, जिसमें जिलास्तर पर बात होगी। सभी जगहों की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली जायेगी। वैक्सीनेशन का काम तेजी से चलाना सबसे जरुरी है। केन्द्र का भी गाइडलाइन आ गया है कि ४५ वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का वैक्सीनेशन हो, इसके लिए पूरी तैयारी की गयी है।