मरीजों को मिलेगी फ्री एम्बुलेंस सेवा
(आज समाचार सेवा)
पटना। आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-२ के तहत गांव-गांव तक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिली है। इस संकल्प पर सरकार पूरी मेहतन और लगन से काम कर रही है।
यह दावा शनिवार को स्वासथ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया। वे विधानसभा में २०२१-२२ के लिए स्वासथ्य विभाग के बजट प्रस्ताव पर बोल रहे थे। बजट पर कटौती प्रस्ताव प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने लाया था, हालांकि सदन में उनका कटौती प्रस्ताव खारिज हो गया। बजट प्रस्ताव पेश करते हुए हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि कोविड-१९ महामारी ने दुनिया और देश के सामने गंभीर चुनौतियां पेश की।
बिहार ने इन चुनौतियों को अवसर में बदला। विधानसभा चुनाव, ईद-दशहरा और छठ महापर्व बिहार में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए। बिहार मॉडल की देश भर में चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के पुनर्विकास, ५४६२ बेड के अस्पताल बन रहे और एमबीबीएस की सीटें बढ़ायी जा रही है।
नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल, दरभंगा के चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, भागलपुर के जेएनएमएल कॉलेज अस्पताल, मधेपुरा के कर्पूरी ठाकुर अस्पताल, बेतिया के के.अस्पताल, पूर्णिया, पावापुरी, सारण, समस्तीपुर, मधुबनी, वैशाली, सीवान, शेखपुरा, पटना के अस्पतालों का विकास कराया जा रहा है। इन अस्पतालों की बेड संख्या, चिकित्सा सुविधा तथा अस्पताल भवन और महाविद्यालय भवन का निर्माण कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पटना के आईजीएमएस अस्पताल को अत्याधुनिक सुविधाओं वाले हॉस्पिटल के रूप में विकसित किया गया है। यही नहीं, अस्पताल के लिए ३८३ पद सृजित किये गये हैं। सूबे के एकमात्र यूनानी मेडिकल कालेज तिब्बी कॉलेज में इस सत्र में १२५ सीटों पर नामांकन होंगे। कटिहार-दरभंगा में १०० बेड वाले सदर अस्पताल भवनों का निर्माण हो रहा है।
इन सबके अलावा अररिया, औरंगाबाद, बांका, भोजपुर, पूर्वी चम्पारण, मधुबनी, सहरसा, सीतामढ़ी और वैशाली के जिला अस्पतालों को मॉडल अस्पताल बनाये जायेंगे। मढौरा, बेनीपट्टी, हवेली खडग़पुर, रक्सौल, सिकरहना, पालीगंज, वीरपुर, विरोल, त्रिवेणीगंज और दानापुर के अनुमंडलीय अस्पतालों को ५० से १०० बेड में कनवर्ट किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मरीजों को नि:शुल्क एम्बुलेंस सेवा मुहैय्या करायी जा रही है।
बजट प्रस्ताव पर हुई चर्चा में सत्येन्द्र यादव, सूर्यकांत पासवान, अनिल कुमार, मिश्री लाल यादव और राजकुमार सिंह ने भी भाग लिया। हालांकि बहस के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अनुपस्थित थे।