पटना

पटना: जिम ट्रेनर गोलीकांड का 6 दिनों में खुलासा, चार गिरफ्तार


      • प्रेमी की हत्या के लिए पूर्व प्रेमी का किया इस्तेमाल
      • 50 लाख में दी गयी थी सुपारी

पटना (निप्र)। कदमकुआं थाना इलाके में १८सितम्बर की अहले सुबह जिम ट्रेनर पर गोलीबारी मामले का पटना पुलिस ने छह दिनो के अंदर खुलासा कर दिया है। पटना के एसएसपी उपेन्द्र शर्मा नें प्रेस वार्ता कहा कि इस खूनी खेल की सारी कहानी सामने आ चुकी है। डॉ राजीव, उसकी पत्नी खुशबू सिंह, उसके पुराने ब्यॉयफ्रेंड मिहिर के चार शूटर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। डाक्टर की पत्नी खुश्बु सिंह अपने प्रेमी विक्रम को अपने रास्ते से हटाने की योजना सावन महीन से पहले ही रच ली थी। विक्रम की हत्या का सौदा २.५लाख मे तय हुआ था। हालाकि शूटरो को १लाख ८५ हजार रूपये ही दिये गये थे।

गुरूवार को कोतवाली थाना मे आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसएसपी उपेंन्द्र शर्मा ने बताया कि १८ सितम्बर की अहले सुबह कदमकु आं थाना इलाके में जिम टे्रनर विक्रम पर गोलीबारी मामले में जख्मी के बयान के बाद कदमकुआं थाना मे मामला दर्ज करते हुए तथा इस कांड के उद्भेदन के लिए नगर पुलिस अधीक्षक मध्य के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया जिसमें पुलिस अधीक्षक नगर, थानाध्यक्ष कदमकुआं, अगमकुआं एवं अन्य पुलिसकर्मियो को शामिल किया गया।

एसएसपी ने बताया कि घायल विक्रम के द्वारा अपना इलाज पीएमसीएच मे करवाने के दौरान ही प्राथमिकी दर्ज करवाई गई जिसमें उनके द्वारा डाक्टर राजीव सिंह एवं उनकी पत्नी खुश्बु को नामजद किया गया। प्राथमिकी मे विक्रम सिंह ने डाक्टर की पत्नी से विवाद होना,ब्लेड से सीने पर वार करना एवं जान से मारने की धमकी मिलने का उल्लेख किया गया था। टीम द्वारा १८ सितम्बर को इस नामजद दम्पति से घटना के संबंध में प्रारंभिक पूछताछ की गई थी। इसके बाद टीम द्वारा तत्काल नामजद दम्पति को उसी दिन छोडा गया था।

इसी दौरान पुलिस टीम को जानकारी मिली की घटना मे शामिल अपराधकर्मी पटना से भागने के फिराक मे है एवं धनुष पुल के नीचे दुर्र्गा मंदिर के पास देखे गये है। इस सूचना के बाद पुलिस टीम तत्काल कारवाई क रते हुए घेराबंदी कर ३ व्यक्तियो को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान इनके द्वारा पुलिस को चकमा देंने का भी प्रयास किया गया,लेकिन गहन पूछताछ के दौरान इन्होने अपना नाम अमन कुमार,आर्यन उर्फ रोहित सिंह एवं मो.शमशाद बताया। तलाशी के दौरान इनके पास से १लोडेड पिस्टल,१देशी कट्टा एवं ८जिंदा कारतूस बरामद किया गया।

पकडे गये अपराधियो से पूछताछ और इनके निशानदेही पर डाक्टर राजीव कुमार सिंह की पत्नी खुश्बु सिंह के पूर्व प्रेमी मिहिर सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया। खुशबू के जिस  दोस्त मिहिर ने हत्या की योजना रची उससे खुशबू का 5-6 साल पुराना अंतरंग संबंध रहा है। वैसे तो मिहिर से खुशबू का पुराना रिश्ता था लेकिन बीच में संबंध टूट गया था।लेकिन जैसे ही विक्रम से संबंध टूटा वैसे ही मिहिर ने फिर से खुशबू की लाइफ में एंट्री मार लिया था।

पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि पुलिस को बहुत पुराना कॉल डिटेल नहीं मिल पाता है, लेकिन पुलिस ने सितंबर से 2020 से लेकर अब तक का कॉल रिकार्ड निकलवाया है। जिम ट्रेनर विक्रम से लेकर डॉ राजीव और उसकी पत्नी खुशबू सिंह का। जिम ट्रेनर विक्रम औऱ खुशबू सिंह के बीच 1 सितंबर 2020 से मई 2021 यानि लगभग 8-9 महीने में 1875 बार फोन पर बात हुई। दोनों ने सिर्फ फोन पर साढे पांच लाख सेंकेड बात की है।

वही मई 2021 में जिम ट्रेनर विक्रम से खुशबू का संबंध टूट गया। ठीक उसके अगले दिन खुशबू ने अपने पुराने दोस्त मिहिर से बात करना शुरू कर दिया। खुशबू का जब तक जिम ट्रेनर विक्रम से संबंध था तब तक उसने एक दफे भी मिहिर को कॉल नहीं किया था, लेकिन संबंध टूटने के अगले दिन मिहिर ने एंट्री मारी। पुलिस ने बताया कि मई 2021 से अब तक खुशबू और मिहिर के बीच 900 कॉल पर बात हुई। यानि हर दिन लगभग 7 कॉल। दोनों ने चार महीने में चार लाख सेकेंड बातचीत की।

पटना के एसएसपी ने बताया कि जिम ट्रेनर के मर्डर को अंजाम देने के लिए डॉक्टर की पत्नी खुशबू सिंह ने 1 लाख 85 हजार रूपये एडवांस भी दिये थे। सावन के महीने में पाटलिपुत्रा इलाके में एक्सिस बैंक में डॉक्टर की पत्नी मिहिर को पैसा देने आयी थी, तब उसके साथ एक और महिला भी थी। मिहिर ने बताया कि वह खुशबू की दोस्त थी। खुशबू ने अपनी दोस्त के सामने ही ब्यॉयफ्रेंड मिहिर को पैसे दिये थे ताकि विक्रम की हत्या को अंजाम दिया जा सके।

एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले का अनुसंधान वैज्ञानिक तरीके से किया। डॉक्टर की पत्नी खुशबू सिंह के मोबाइल के कॉल डिटेल से मिहिर का पता चला। फिर मिहिर के कॉल डिटेल से उसके रिश्तेदार सूरज की जानकारी हुई। फोन कॉल्स की छानबीन से पता चला कि सूरज ने पहले सुपारी किलर्स से खुद बात की और फिर मिहिर ने भी उनसे बात की। पुलिस ने मर्डर की सुपारी लेने वालों की पहचान कर ली तो फिर उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिशें शुरू की गयी।