(आज समाचार सेवा)
पटना। साधोपासना का महापर्व शारदीय नवरात्र के सातवें दिन वेद एवं श्रीदुर्गासप्तशती के संस्कृत मंत्रोच्चार तथा शंख एवं घंटे की समवेत ध्वनि के बीच तमाम पूजा स्थलों पर देवी प्रतिमाओं के पट खुल गये। इसके साथ ही देवी प्रतिमाओं के दर्शन के लिए श्रद्धालु नर-नारी। पूजा पंडालों में पंक्तिबद्ध हो गये हैं। श्रद्धालु नर-नारियों के उत्साह को देखते हुए ऐसा लग रहा है, मानो कोरोनाकाल पर आस्था का रंग चढ़ गया हो।
मंगलवार को क्षितिज में पूरब दिशा में लालिमा बिखेर प्रत्यक्षदेव सूर्य ने जैसे ही अपने आगमन का एहसास कराया, पवित्र शक्तिकलश स्थलों से वेद के साथ श्रीदुर्गासप्तशती के संस्कृत मंत्रोच्चार गूंजने लगे। सार्वजनिक स्थल वाले पूजा स्थलों के साथ देवी मंदिरों से शंख एवं घंटे की ध्वनि के समवेत स्वर निकलने लगे। धूप, दीप एवं अगरबत्तियों से मह-मह पूजामय वातावरण पवित्रता का एहसास कराने लगे। महासप्तमी पूजन हुआ। आद्याशक्ति नवदुर्गा के सातवें रूप देवी कालरात्रि की साधना-उपासना, पूजा-अर्चना एवं वंदना-अभ्यर्थना के साथ ही देवी दुर्गा के पट खोल दिये गये।
हालांकि, कोरोनाकाल के पहले साल 2019 की तुलना में देवी प्रतिमाएं कम हैं। लेकिन, पिछले साल यानी वर्ष 2020 से तुलना करें, तो राजधानी में पूजा समितियों के कार्यकर्ताओं का उत्साह परवान पर है। जिन सार्वजनिक पूजा स्थलों पर प्रतिमाएं नहीं बैठी हैं, वहां भी पवित्र शक्तिकलश की पूजा-अर्चना हो रही है। पूजा पंडालों के इर्द-गिर्द मेले सज गये हैं। मेले में गोलगप्पे हैं। चाट-पकौड़े हैं। बच्चों के खिलौने हैं। महिलाओं की श्रृंगार सामग्री है। और भी बहुत कुछ है।
कोरोनाकाल के असर के बावजूद बेली रोड पर सगुना मोड़ से लेकर डाकबंगला चौराहा तक के पारंपरिक पूजा स्थलों पर ‘या देवी सर्वभूतेषु …’ की गूंज है। ऐसी ही गूंज पटना-खगौल रोड पर फुलवारी शरीफ से लेकर मीठापुर तक और उधर मीठापुर से सिपारा तक के कई पूजा स्थलों पर है।
इधर, गांधी मैदान से लेकर पटना सिटी तक अशोक राजपथ में भी पारंपरिक पूजा स्थलों से देवी की उापसना के स्वर गूंज रहे हैं। कंकड़बाग रोड पर चिरैयाटांड़ देवी मंदिर से अगमकुआं तक भी कई स्थानों पर कलश स्थापना के बाद से शंख एवं घंटे की ध्वनि की गूंज है। एक्जीबिशन रोड, फ्रेजर रोड, बुद्ध मार्ग, भट्टाचार्या रोड, यारपुर, करबिगहिया, चांदमारी रोड, चिरैयाटांड़, मीठापुर, यारपुर, गर्दनीबाग, चितकोहरा, अनीसाबाद, पुलिस कॉलनी, जगदेव पथ, खाजपुरा, आशियाना नगर, राजाबाजार, शेखपुरा, शास्त्रीनगर, राजवंशी नगर, पुनाईचक, मंदिरी, बोरिंग रोड, बोरिंग केनाल रोड, सर्पेंटाइन रोड, खजांची रोड, दलदली रोड, मछुआ टोली, दरियापुर, कमदकुआं, सैदपुर, कंकड़बाग कॉलनी,श्रीकृष्णापुरी, पाटलिपुत्रा कॉलनी, बारी पथ, आर्यकुमार रोड, नाला रोड, ठाकुरबाड़ी रोड, भिखना पहाड़ी, सब्जीबाग, भंवर पोखर, लोहानीपुर, राजेंद्र नगर एवं लालजी टोला के पूजा स्थल भी देवीमय हैं।