पटना

पटना: नौकरी पर आन पड़ी, तो शिक्षा विभाग ने की पहल


शिक्षकों को इम्प्रूवमेंट एग्जाम का सर्टिफिकेट दिलाने को हुआ हस्तक्षेप

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में सेवाकालीन प्रशिक्षण (डीईएलएड) प्राप्त कर चुके वैसे प्रारंभिक शिक्षक मुश्किल में हैं, जिन्हें 12वीं के इम्प्रूवमेंट एग्जाम के सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे शिक्षकों के 12वीं के इम्प्रूवमेंट एग्जाम के सर्टिफिकेट नहीं मिलने से उनकी नौकरी पर आन पड़ी है।

इसके मद्देनजर इस मामले में अब शिक्षा विभाग के प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने हस्तक्षेप किया है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने संबंधित शिक्षकों को 12वीं के इम्प्रूवमेंट एग्जाम का सर्टिफिकेट उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) के क्षेत्रीय निदेशक को शुक्रवार को पत्र लिखा है।

दरअसल, शिक्षा का अधिकार कानून के तहत देश भर में अप्रशिक्षित प्रारंभिक शिक्षकों के लिए 31 मार्च, 2019 तक प्रशिक्षित होना अनिवार्य किया गया। इसलिए कि, एक अप्रैल, 2019 से प्रारंभिक विद्यालयों में अप्रशिक्षित शिक्षकों की सेवा नहीं ली जानी है। इसके मद्देनजर अप्रशिक्षित प्रारंभिक शिक्षकों को डीईएलएड पाठ्यक्रम के जरिये प्रशिक्षित करने का जिम्मा केंद्र ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान को दिया। ऐसे शिक्षकों के लिए यह भी जरूरी था कि उन्हें 12वीं में कम-से-कम 50 फीसदी अंक हों। इससे कम अंक वालों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान की परीक्षा में फिर से बैठ कर रिजल्ट इम्प्रूव करने का मौका भी दिया गया। अब, एक अप्रैल, 2019 से अप्रशिक्षित प्रारंभिक शिक्षकों की सेवामुक्ति की काररवाई चल रही है।

इस बीच कतिपय शिक्षकों के आवेदन से शिक्षा विभाग को जानकारी मिली है कि वैसे शिक्षक, जिनका डीईएलएड का प्रशिक्षण पूर्ण हो गया है तथा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के माध्यम से ही पुन: 12वीं कक्षा की परीक्षा में शामिल होकर 50 फीसदी या उससे अधिक अंक प्राप्त किया है, उनका प्रमाण-पत्र भी राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से निर्गत नहीं किया जा रहा है।

इस बात का उल्लेख प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक को लिखे पत्र में किया है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. सिंह ने अपने पत्र में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक से कहा है कि वैसे अभ्यर्थियों, जिनका डीईएलएड का प्रशिक्षण पूर्ण हो गया है तथा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के माध्यम से ही पुन: 12वीं की परीक्षा में शामिल होकर 50 फीसदी या उससे अधिक अंक प्राप्त किया है, उनका प्रमाण-पत्र निर्गत करने की शीघ्र काररवाई की जाय।