पटना

पटना: मुख्यमंत्री ने किया गंगा के बढ़े हुए जलस्तर का निरीक्षण


      • घाटों पर करायें वैरिकेडिंग : नीतीश
      • पटना, हाजीपुर और सोनपुर का सडक़ मार्ग से लिया जायजा

(आज समाचार सेवा)

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को सडक़ मार्ग से पटना के गंगा नदी के कई इलाकों तथा विभिन्न घाटों का जायजा लिया। उन्होंने पटना मुख्य नहर के दीघा लॉक तथा एलसीटी घाट पर सुरक्षा दीवार का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान दीघा घाट, भद्र घाट,कंगन घाट एवं गांधी घाट पहुंच कर गंगा के बढ़े हुए जलस्तर का मुआयना किया। जेपी सेतू होते हुए सोनपुर एवं हाजीपुर के क्षेत्रों का मुआयना किया।

जेपी सेतू पर रूक कर गंगा की धारा का अवलोकन करने के पश्चात मुख्यमंत्री ने जेपी सेतू होते हुए सोनपुर एवं हाजीपुर के क्षेत्रों का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गंगा किनारे जहां भी घनी आबादी है और वहां पानी का रिसाव हो रहा है तो उसे बंद करने का उपाय करायें। गंगा नदी के जिन घाटों पर ज्यादा पानी आ गया है वहां पर वैरिकेडिंग कराये।

निरीक्षण के बाद गांधी घाट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है तथा इसके जलस्तर में और वृद्धि होने की संभावना व्यक्त की गयी है। कल गंगा नदी में बढ़ रहे जलस्तर को लेकर हमने बैठक की थी। उस बैठक में जलस्तर को लेकर पूरी जानकारी दी गयी। आज हमने गंगा नदी के आसपास के कई इलाकों का दौरा कर अधिकारियों के साथ पूरी स्थिति को देखा है।

उन्होंने कहा कि वर्ष २०१६ में जब गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई थी, उस दौरान गंगा नदी के किनारे वाले १२ जिलों में बाढ़ से बचाव को लेकर पूरी तैयारी की गयी थी। हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वर्ष २०१६ में गंगा नदी के किनारे वाले जिलों में बाढ़ के पानी से जो असर हुआ था उसे ध्यान में रखते हुए इस बार भी पूरी तैयारी रखें।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन के सचिव संजीव हंस, पटना प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पटना के जिलाधिकारी डा चंद्रशेखर सिह, एसएसपी उपेंद्र शर्मा समेत कई अन्य वरीय अधिकारी थे।