पटना

पटना: मैट्रिक परीक्षा के छठे दिन 13 फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार, 20 निष्कासित


(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में मैट्रिक की परीक्षा के छठे दिन बुधवार को 13 फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार किये गये, जो दूसरे के बदले परीक्षा में बैठे थे। इसके साथ ही नकल के जुर्म में 20 परीक्षार्थी परीक्षा से निष्कासित किये गये हैं। मधेपुरा एवं जहानाबाद में तीन-तीन फर्जी परीक्षार्थियों की गिरफ्तारी हुई, जो दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे थे। सुपौल में भी दूसरे के बदले परीक्षा देते दो फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार किये गये। खगडिय़ा, कैमूर, गया, नवादा एवं बांका में एक-एक फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार किये गये हैं।


परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे अध्यक्ष

पटना (आशिप्र)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर मैट्रिक बुधवार को राजधानी के परीक्षा केंद्रों पर औचक रूप से पहुंचे। उन्होंने अपनी आंखों से देखा कि परीक्षा कितनी कड़ाई से चल रही है। उन्होंने  परीक्षार्थियों से पूछा कि सवाल कैसे हैं?

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर ने राजधानी के जिन परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया, उसमें दयानंद बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय, दयानंद कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय, बी. डी. कॉलेज एवं शहीद देवीपद चौधरी स्मारक (मिलर) उच्च माध्यमिक विद्यालय  शामिल हैं।

इन सभी परीक्षा केंद्रों की परीक्षा व्यवस्था का समुचित जायजा उन्होंने औचक निरीक्षण के दौरान लिया। सभी परीक्षा केंद्रों के केंद्राधीक्षक एवं प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी से उन्होंने परीक्षा संचालन की जानकारी ली तथा पूरी परीक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। अध्यक्ष ने जब परीक्षार्थियों से पूछा कि सवाल कैसे हैं, तो जवाब मिला कि अच्छे हैं, ठीक हैं। सभी परीक्षा केंद्रों के विजीटर विजिटर रजिस्टर में  उन्होंने अपने आगमन को दर्ज किया।


इससे इतर नकल के जुर्म में पटना से एक, नालंदा से दो, भोजपुर से दो, सारण से तीन, सुपौल से एक, रोहतास से छह, गोपालगंज से चार एवं मधुबनी से एक परीक्षार्थी के नकल के जुर्म में परीक्षा से निष्कासन की खबर है। नकल के जुर्म में परीक्षार्थियों के निष्कासन की काररवाई नकल विरोधी कानून यानी बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 के तहत हुई है। इसके तहत निष्कासन के बाद परीक्षार्थी अनुमंडलाधिकारी के समक्ष पेश किये गये, जहां उन्हें जुर्माने पर छोड़ा गया।