पटना

पटना: मैट्रिक व इंटरमीडिएट के टॉपर्स को मिला सम्मान


टॉपर को मिले लाख, सेकेंड टॉपर को 75 व थर्ड को 50 हजार रुपये

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक वार्षिक परीक्षा, 2020 एवं 2021 के टॉपर्स शुक्रवार को मेधा दिवस पर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के हाथों पुरस्कृत किये गये। इनमें मैट्रिक वार्षिक परीक्षा, 2020 में टॉप टेन के 41 विद्यार्थी एवं 2021 के 101 विद्यार्थी तथा इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा, 2020 के तीनों संकायों वाणिज्य, कला एवं विज्ञान के टॉप फाइव के 34 विद्यार्थी एवं 2021 के टॉप फाइव के 22 विद्यार्थी शामिल हैं।

देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिन पर मेधा दिवस समारोह का आयोजन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने यहां ज्ञान भवन में किया था। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर भी उपस्थित थे।

पुरस्कृत इंटरमीडिएट (वाणिज्य, कला एवं विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों को अलग-अलग) एवं मैट्रिक परीक्षा के प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थी को एक लाख रुपये, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले को 75 हजार रुपये एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को 50 हजार रुपये दिये गये। इसके साथ ही उन्हें लैपटॉप, किंडले ई बुक रीडर, प्रशस्तिपत्र एवं मेडल दिये गये।


शिक्षा मंत्री बोले, मेधा से बढ़े मान

पटना (आशिप्र)। शिक्षा मंत्री विजय कुमार  चौधरी ने छात्र-छात्राओं का आह्वïान किया है कि अपनी मेधा से बिहार और देश का दुनिया में मान बढ़ायें। राज्य की सरकार मेधावी छात्र-छात्राओं को सुविधाएं देने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही है। मेधा को प्रोत्साहन एवं संरक्षण देने को सरकार प्रतिबद्ध है। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी शुक्रवार यहां ज्ञान भवन में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मेधा दिवस समारोह में मुख्य अतिथि पद से बोल रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा कि सर्वप्रथम  बिहार सरकार द्वारा ही 2017 में पहली बार डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर मेधा दिवस का शुभारंभ किया गया।

मुख्यमंत्री के कार्यकाल में शिक्षा पर काफी जोर दिया जा रहा है। देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनके नाम के साथ ही मेधा शब्द जुड़ा हुआ है। उनका जन्मदिवस मेधावी बच्चों के लिए खास दिन है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार ने कहा कि बिहार बोर्ड में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। बोर्ड प्रशंसनीय कार्य कर रहा है। कदाचारमुक्त परीक्षाएं हो रही हैं। यह गर्व की बात है कि देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिन को मेधा दिवस के रूप में मनाते हैं।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर ने कहा कि समिति में आये बदलाव का अनुशरण अन्य राज्यों के परीक्षा बोर्ड भी कर रहे हैं। समिति ने विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम के अलावा बीएसईबी ओलम्पियाड, बीएसईबी क्विज एवं बीएसईबी क्रॉसवर्ड जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन भी कर रही है। परीक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। समिति नई ऊंचाइयों को छू रही है।  इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी को भी देखा। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी बच्चों ने प्रस्तुति की।


इसी प्रकार इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा, 2020 एवं 2021 के चौथा एवं पांचवां स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों को 15 हजार रुपये, प्रशस्तिपत्र, मेडल एवं लैपटॉप दिये गये। मैट्रिक वार्षिक परीक्षा, 2020 एवं 2021 में चौथा से दसवां स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों को 10 हजार रुपये, प्रशस्तिपत्र, मेडल एवं लैपटॉप दिये गये।

राज्यस्तरीय ‘बीएसईबी क्विज प्रतियोगिता’ के 16 विजेता भी पुरस्कृत किये गये। बीएसईबी ओलम्पियाड प्रतियोगिता के 12 राज्यस्तरीय विजीताओं तथा बीएसईबी क्रॉसवर्ड प्रतियोगिता के पूरे राज्य में प्रथम 30 स्थान प्राप्त विद्यार्थी भी पुरस्कृत हुए।

इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक परीक्षा, 2021 के संचालन में उत्कृष्ट योगदान के लिए 10 जिलों के जिलाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी पुरस्कृत किये गये। इन 10 जिलों में अररिया के बांका, पूर्वी चंपारण, खगडिय़ा, मुजफ्फरपुर, नालंदा, पटना, पूर्णिया, समस्तीपुर एवं पश्चिम चंपारण शामिल हैं।

इनमें सात जिलों के जिलाधिकारी उपस्थित थे। इनमें अररिया के प्रशांत कुमार, बांका के सुहर्ष भगत, खगडिय़ा के आलोक रंजन घोष, नालंदा के योगेंद्र सिंह, पटना के चंद्रशेखर सिंह, पूर्णिया के राहुल कुमार एवं समस्तीपुर के शशांक शुभंकर शामिल हैं।