परवेज इलाही ने डाली थी याचिका
मुख्यमंत्री पद के चुनाव में हार के बाद प्रत्याशी परवेज इलाही ने भी विधानसभा उपाध्यक्ष के फैसले के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इलाही ने विधानसभा उपाध्यक्ष दोस्त मोहम्मद मजारी द्वारा पीएमएल-क्यू के 10 सांसदों के वोट निरस्त करने को चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने इलाही की याचिका स्वीकार कर विधानसभा उपाध्यक्ष को नोटिस भेजा था और सीएम हमजा शहबाज को ट्रस्टी सीएम करार देते हुए सोमवार तक महत्वपूर्ण फैसलों पर रोक लगा दी थी।
इन न्यायधीशों ने की सुनवाई
सोमवार को मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल, जस्टिस इजाज उल अहसान और जस्टिस मुनीब अख्तर की तीन सदस्यीय पीठ ने की। इससे पहले पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरयम नवाज, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो व गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने विधानसभा उपाध्यक्ष को नोटिस भेजने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आलोचना की।
हमजा कैबिनेट के 37 सदस्यों ने ली शपथ
समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में मुख्यमंत्री पद के विवाद के बीच गवर्नर हाउस में ट्रस्टी सीएम हमजा शहबाज कैबिनेट के 37 सदस्यों को पंजाब के गवर्नर बलिगहुर रहमान ने रविवार को शपथ दिलाई। पीटीआइ नेता फवाद चौधरी ने इसे कोर्ट के विरुद्ध बताया है।
पाक को आर्थिक सर्वनाश से बचाने के लिए बहुत कम समय: शेख राशिद
समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पूर्व मंत्री शेख राशिद अहमद ने रविवार को ट्विटर पर कहा, राजनीतिक अस्थिरता से देश आर्थिक सर्वनाश की ओर जा रहा है, इसे बचाने के लिए अब बहुत कम समय बचा है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह चेतावनी पंजाब में मुख्यमंत्री के चुनाव के बाद आया है। जिसमें बहुमत के बावजूद पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी सरकार नहीं बना पाई। पीएम शहबाज शरीफ के बेटे हमजा शहबाज फिर से मुख्यमंत्री बनने में सफल रहे। चुनाव को लेकर सीएम पद के प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी चौधरी परवेज इलाही सुप्रीम कोर्ट चले गए। कोर्ट ने अगली सुनवाई तक हमजा को एक ट्रस्टी सीएम के तौर पर काम करने को कहा है। राशिद ने कहा कि हम लोगों को 30 अगस्त से पहले महत्वपूर्ण फैसले लेने होंगे, अन्यथा कोई सरकार काम नहीं कर पाएगी।