- पहले चरण में 6ठी से 12वीं व अंत में शुरू हों नन्हे-मुन्नों की कक्षाएं
- सम्बद्ध कॉलेजों में अनुदान वितरण का हो स्पष्ट फार्मूला
(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय को अल्टीमेटम दिया है कि विश्वविद्यालय में पड़ी राशि से या तो वह पेंशन का भुगतान करे या उसे वापस करे। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की तमाम समस्याओं की समीक्षा बुधवार को शिक्षा विभाग ने की। विभाग के डॉ. मदन मोहन झा स्मृति सभागार में तीन घंटे से भी ज्यादा चली समीक्षा बैठक में यह तथ्य सामने आया कि वेतन एवं पेंशन मद में विश्वविद्यालय के पास पर्याप्त राशि है। पेंशन मद में राशि पेंशन का भुगतान नहीं होने के चलते पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में पड़ी हुई है।
आपको बता दूं कि विश्वविद्यालयों की तमाम लंबित समस्याओं के निराकरण के लिए राज्य सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा विश्वविद्यालयवार समीक्षा बैठक शुरू की गयी है। इसके तहत राज्य के विश्वविद्यालयों में अव्वल माने जाने वाले पटना विश्वविद्यालय की लंबित समस्याओं की समीक्षा सोमवार को सबसे पहले हुई। उसके बाद बुधवार को पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की बारी थी।
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता शिक्षा सचिव असंगबा चुबा आओ ने की। बैठक में पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह, कुलसचिव, वित्त पदाधिकारी एवं स्थापना प्रभारी शामिल हुए। राज्य सरकार की ओर से शिक्षा सचिव असंगबा चुबा आओ, उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी, उपनिदेशक अजीत कुमार, डॉ. दीपक कुमार सिंह, विनय कुमार, प्रदीप कुमार एवं शाश्वतानंद झा सहित सभी संबंधित अधिकारी शामिल थे।
बैठक में पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने कहा कि अनुमंडल स्तरीय खोले जाने वाले नये डिग्री कॉलेज के भवन का मॉडल स्टीमेट बनाया जाना चाहिये, क्योंकि अभी जो भवन बन रहा है, उससे कॉलेज का कार्य पूरा नहीं हो पायेगा। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने यह भी कहा कि सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों में राशि वितरण में परेशानी आती है। जांच करने पर ऐसी समझ बनी है कि शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के बीच अनुदान की राशि का वितरण का कोई स्पष्टï फार्मूला शिक्षा विभाग बताये।
कई और निर्णय भी बैठक में लिये गये हैं। अब 22 जनवरी को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, 25 जनवरी को मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, 27 जनवरी को ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, 29 जनवरी को कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, एक फरवरी को भीमराव अम्बेदकर विश्वविद्यालय, तीन फरवरी को जयप्रकाश विश्वविद्यालय, पांच फरवरी को मगध विश्वविद्यालय, आठ फरवरी को मुंगेर विश्वविद्यालय, 10 फरवरी को भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, 12 फरवरी को पूर्णिया विश्वविद्यालय एवं 15 फरवरी को तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक होनी है।