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पीएम मोदी निर्वाण मंदिर में चीवर दान के बाद अभ‍िधम्‍म कार्यक्रम में पहुंचे,


  1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने गौतम बुद्ध पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन और फिर निर्वाण मंदिर में दर्शन कर वहां चीवर दान किया। इसके बाद पीएम अभिधम्म कार्यक्रम में पहुंचे। बनारस के बाद यह पूर्वांचल का दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। इस एयरपोर्ट के शुरू हो जाने से क्षेत्र में पर्यटन के साथ रोजगार के बड़े अवसर उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही पीएम कुशीनगर में मेडिकल कॉलेज का भी शिलान्यास करेंगे। बौद्ध अनुयायियों के महातीर्थ में कई राष्ट्राध्यक्ष आ चुके हैं लेकिन देश के प्रधानमंत्री का आना पहली बार हो रहा है। पीएम के दौरे की तैयारियों की कमान खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने संभाल रखी है। वह सुबह ही कुशीनगर पहुंच चुके हैं। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन के मौके पर पहला विमान श्रीलंका के बौद्ध भिक्षुओं को लेकर वहां पहुंचा है। श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडल में सौ बौद्ध भिक्षुओं के अलावा श्रीलंका के पांच मंत्री भी आए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुशीनगर में बोधि वृक्ष का पौधा लगाया

-भगवान बुद्ध के निर्वाण मंदिर से पीएम मोदी अभिधम्म कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने वहां बौद्ध भिक्षुओं का सम्मान किया

-पीएम मोदी ने भगवान बुद्ध की लेटी हुई प्रतिमा का दर्शन करने के बाद वहां चीवर दान किया

-पीएम मोदी ने भगवान बुद्ध से जुड़ी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद उन्होंने निर्वाण स्थली पर स्थित मंदिर में दर्शन किया

-पीएम मोदी ने कहा कि भारत पूरी तरह वैक्सीनेटेड है। इस नाते भी दुनिया भर के पर्यटकों को भारत आश्वस्त करता है।

-पीएम मोदी ने कहा कि भगवान बुद्ध से ज्ञान लेकर महापरिनिर्वाण तक की सम्पूर्ण यात्रा का साक्षी यह क्षेत्र अब पूरी दुनिया से जुड़ गया है। श्रीलंकन एयरलाइंस के विमान का उतरना इस पुण्य भूमि को नमन करने जैसा है।

-आज एक सुखद संयोग यह भी है कि आज महर्षि वाल्मिकि जी की जयंती है। आज देश सबके साथ से सबका विकास कर रहा है। कुशीनगर का इंटरनेशनल एयरपोर्ट दशकों की आशाओं-आकांक्षाओं का परिणाम है। कुशीनगर, पूर्वांचल, यूपी और दुनिया भर में बौद्ध धर्म के अनुवायियों को बहुत बधाई है।

-कुशीनगर का विकास यूपी और केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में है। भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबनी यहां से बहुत दूर नहीं है। कपिलवस्तु भी पास में है। सारनाथ और बोध गया भी कुछ ही घंटों की दूरी पर है।