शास्त्री ने भारत और वेस्टइंडीज के बीच चल रही सीरीज के मुकाबलों का प्रसारण करने वाले एप FanCode पर कहा, “मैं हमेशा से ही एक ऐसा खिलाड़ी चाहता था जो शुरुआत के छह ओवर में गेंदबाजी करके दे सके और हार्दिक पांड्या चोटिल हो गए थे। उनका चोटिल हो जाना हमारी टीम के लिए सबसे बड़ी परेशानी बन चुका था। भारतीय टीम को इस एक चीज का बड़ा खामियाजा उठाना पड़ा। विश्व कप के शुरुआती दो मुकाबलो में टीम इंडिया को इसी एक चीज का भारी नुकसान उठना पड़ा।”
हार्दिक पांड्या की चोट बनी थी समस्या
हार्दिक पांड्या को 2018 में हुए एशिया कप के दौरान चोट लगी थी। इसके बाद से वह लगातार फिटनेस की समस्या से जूझते रहे। अगले तीन साल तक उन्होंने इस पर काम किया लेकिन आखिरकार सर्जरी करानी पड़ी। 2021 में हुए टी20 विश्व कप के बाद उन्होंने चयनकर्ताओं को बता दिया था कि वह टीम चयन के लिए उपलब्ध नहीं हैं। 2022 में हुए इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान उन्होंने गुजरात टाइटंस के कप्तान के तौर पर वापसी की और शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में भी जगह बनाई।
“भारतीय टीम को विश्व कप में एक दो मुकाबलों में बुरी हार मिली क्योंकि हमारे पास कोई भी ऐसा नहीं था जो शुरुआत के छह ओवर में गेंदबाजी करके दे सके। तो ये एक चीज हमारे उपर बोझ बन गई थी। हमने चयनकर्ताओं से कहा था कि इसपर ध्यान दें और किसी ऐसे खिलाड़ी को देखिए, उसे लेकर आईए, लेकिन आपको पास तब था ही कौन।”