नई दिल्ली, । बहुचर्चित पेगासस जासूसी मामले अब सुप्रीम कोर्ट में 25 फरवरी को सुनवाई होगी। सालिसीटर जनरल तुषार मेहता के आग्रह के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई को 25 मार्च के लिए स्थगित कर दिया। तुषार मेहता ने कोर्ट से आग्रह किया कि वह 23 फरवरी को अन्य केस में व्यस्त रहेंगे इसलिए सुनवाई को आगे बढ़ा दिया जाए। इससे पहले बुधवार को इस मामले में सुनवाई होनी थी। तुषार मेहता के आग्रह को मानते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस मामले की सुनवाई स्थगित कर दी।
दरअसल, आरोप है कि भारत में कुछ लोगों की निगरानी के लिए इजरायली स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया गया था। कोर्ट ने पिछले साल 27 अक्टूबर को इन आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय साइबर एक्सपर्ट पैनल को जिम्मेदारी सौंपी थी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जस्टिस आर रवींद्रन कमेटी ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट एक्सपर्ट पैनल द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट का विश्लेषण कर सकता है। एक्सपर्ट पैनल में साइबर सुरक्षा, डिजिटल फोरेंसिक, नेटवर्क और हार्डवेयर के तीन विशेषज्ञ नवीन कुमार चौधरी, प्रभाहरण पी और अश्विन अनिल गुमस्ते शामिल थे।
दो लोगों ने सौंपे फोन
ऐसी जानकारी सामने आई थी कि जांच पैनल को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, बहुत कम लोग इसके सामने पेश होने या जांच के लिए अपने उपकरण जमा करने को आगे आ रहे थे। सदस्यों ने बताया था कि पैनल को सिर्फ दो लोगों ने अपना फोन सौंपा है।