- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दस सूत्रीय ”शीतकालीन कार्य योजना” की सोमवार को घोषणा की, जिसमें कचरा जलाने, धूल और वाहनों से निकलने वाले धुएं की निगरानी के लिए दलों का गठन किया जाना शामिल है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि केंद्र और पड़ोसी राज्यों ने किसानों द्वारा पराली जलाए जाने को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। पराली जलाना सर्दी के मौसम में वायु प्रदूषण का मुख्य कारण है।
केजरीवाल ने केंद्र और दिल्ली के पड़ोसी राज्यों से कटाई के बाद बचे पुआल के प्रबंधन के लिए जैव अपघटक का नि:शुल्क छिड़काव सुनिश्चित करने की अपील की, जैसा उनकी सरकार राष्ट्रीय राजधानी में कर रही है। उन्होंने वायु को स्वच्छ बनाने में सरकारों से मिल कर काम करने की अपील करते हुए कहा कि दिल्ली में धूल से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए 75 दलों का गठन किया गया है और शहर में प्रदूषण पैदा करने वाले स्थलों की निगरानी के लिए भी विशेष दल गठित किए जाएंगे।