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बसपा मुखिया मायावती ने जन्मदिन पर जारी की प्रत्याशियों की सूची,


लखनऊ, । उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन की तैयारी के बीच में बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने 66वें जन्मदिन पर सत्ता में वापसी का भरोसा जताने के साथ पहले दौर के मतदान के लिए 58 में से बसपा के 53 प्रत्याशियों की सूची जारी की।

बसपा कार्यालय में उन्होंने कहा कि 58 में से पांच सीट के प्रत्याशियों की सूची बाद में जारी की जाएगी। बसपा प्रमुख मायावती ने 66वें जन्मदिन पर आयोजित लखनऊ में शनिवार को कार्यक्रम में दल-बदल कानून को कड़ा बनाने की भी मांग की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीएसपी को सत्ता में वापसी का पूरी उम्मीद है। पिछले कामकाज के आधार पर जनता हमें जिताएगी, विरोधी हमें सत्ता में आने से रोकने के लिए हर हथकंडे अपना रहे हैं, लेकिन जनता उनके इन हथकंडों को समझ चुकी है।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने जन्मदिन के अवसर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी मेरे जन्मदिन को कोविड-19 का प्रोटोकॉल करते हुए मनाया जा रहा है। मेरे जन्मदिन को जनकल्याणकारी के रूप में आज सभी लोग मना रहे हैं।

मायावती ने मीडिया से कहा कि हम 2007 की तरह फिर हम फिर सत्ता में वापस आएंगे। बसपा ने ही प्रदेश में दलितों, पिछड़ों तथा वंचितों के लिए काम किया है। मायावती ने कहा कि हम हर वर्ग की भलाई के लिए सरकार चलाएंगे। बीएसपी दलितों के मुद्दे पर गंभीर है। 2007 की तरह फिर सत्ता में वापस आएंगे। इस दौरान मायावती ने कहा कि सतीश चंद्र मिश्रा के बेटे कपिल के साथ आकाश आनंद भी पार्टी के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं।डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ,मान्यवर कांशीराम के सिद्धांतों पर चलकर कमजोर, दलित, लाचार ,असहाय लोगों की मदद की है और कर रहे हैं। लखनऊ में शनिवार को अपने जन्मदिन के अवसर पर विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के लिए पार्टी के 53 प्रत्याशियों की सूची जारी करने के साथ ही अपनी लिखित किताब ब्लू बुक के 17वें भाग का विमोचन भी किया।

मायावती खुद की लिखी ब्लू बुक (मेरे संघर्षमय जीवन एवं बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा) के 17वें भाग के हिंदी व अंग्रेजी संस्करण का विमोचन किया। ब्लू बुक में काफी चुनौतियों वाले रहे पिछले एक वर्ष के दौरान पार्टी की गतिविधियों का पूरा लेखा-जोखा है।

कोरोना वायरस संक्रमण और विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के मद्देनजर पार्टी ने पहले के वर्षों की भांति इस बार जन्मदिन पर प्रदेशभर में किसी तरह का कोई बड़ा आयोजन नहीं किया है। पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ता गरीबों, असहायों व अन्य अति जरूरतमंद लोगों को विभिन्न रूप में मदद की जाएगी। वैसे तो पार्टी के ज्यादातर प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रूप देते हुए जिले स्तर पर उन्हें घोषित भी किया जा चुका है लेकिन जन्मदिन के मौके पर बसपा प्रमुख ने पहले चरण के मतदान के लिए प्रत्याशियों की सूची भी जारी की।

स्वामी प्रसाद के दावे हवा-हवाई

मायावती ने कहा कि दल-बदल कानून सख्त को बनाने की बेहद जरूरत है। सपा के साथ जाने वाले दल बदलू नेताओं के चीख-चीख कर बोलने वाले नेताओं को जनता नकार देगी। प्रमोशन का एससी-एसटी के आरक्षण का सपा ने विरोध किया था। यह वर्ग इनके काम को कैसे भूल सकता है। सपा ने सरकार बनते ही संत रविदास नगर का नाम फिर से भदोही कर दिया था। यह सपा का दलित विरोधी रवैया नहीं तो क्या है। सपा सरकार में दलितों का उत्पीडऩ हुआ होता रहा है। दलित इसे भूल नहीं सकती। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद हवा-हवाई बात करता है। वह मुझे क्या मुख्यमंत्री बनाएगा। वह तो कभी चुनाव जीता नहीं। बसपा में आने के बाद उसकी तकदीर बदली। भाजपा ने दलितों के हित में कुछ नहीं किया।