सीएम ने लिया नौगछिया और बेगूसराय में बाढ़ का जायजा
(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को बाढ़ प्रभावित इलाका नौगछिया के विभिन्न इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान कई जगहों पर राहत शिविर सामुदायिक रसोई घर में मिल रही सुविधाओं के बारे में आपदा पीडि़तों से जानकारी ली। निरीक्षण के पश्चात मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीडि़तों का हक है। उन्हें राहत पहुंचान के लिए सरकार हर कदम उठा रही है। हर रोज पीडि़तों को राहत पहुंचाने के लिए गाइड लाइन जारी किये जा रहे हैं।
सीएम ने खगडिय़ा जिला के परवत्ता प्रखंड के भरतखंड उच्च विद्यालय में बनाये गये बाढ़ राहत शिविर का जायजा लिया। शिविर में लोगों से भोजन की गुणवत्ता एवं वहां की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। वहां बनाये गये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करनके के पश्चात अधिकारियों से कहा कि यहां रह रहे सभी लोगों की कारेाना जांच अवश्य करायें और उनका टीकाकरण करायें। राहत शिविर में रह रही महिलाओं के बीच मुख्यमंत्री ने साड़ी का वितरण भी किया। इससे पूर्व भरतखंड के उत्तरी बाबा स्थान के स्लूइस गेट एवं बांध का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान चौधरी महबूब अली कैसर, विधायक परवत्ता डा संजीव कुमार समेत कई थे।
उन्होंनं कहा कि वर्ष २०१६ में गंगा नदी का जलस्तर काफी बढ़ा था। इस बार गंगा के जलस्तर वर्ष २०१६ की तुलना में कम है। वैसे तो हर साल बाढ़ आती है लेकिन इस बार गंगा का जलस्तर ज्यादा बढ़ गया है। कई जगहों पर काफी लोग प्रभावित हुए हैं। उनको राहत मिले इसके लिए सभी इंतजाम किये जा रहे हैं। हमलोग सभी व्यवस्थाओ का लगातार जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री बेगूसराय पहुंचे। मटिहानी प्रखंड के खारेमपुर घाट क्षेत्र में गंगा नदी के जलस्तर में वृद्घि से उत्पन्न स्थितियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से लिए चलाये जा रहे सामुदायिक किचेन निरीक्षण किया तथा आवश्यक निर्देश दिया। इसी क्रम में उन्होंने मेडिकल टीम को प्रभावित इलाकों में नियमित रूप से भ्रमण करवाने तथा मवेशियों के लिए आवश्यकतानुसार पशु चारा आदि वितरित करने का निर्देश दिया। खोरमपुर घाट में बेगूसराय के डीएम अरविंद कुमार वर्मा एवं एसपी अवकाश्या कुमार उपस्थित थे।
नवगछिया प्रखंड के इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय पकरा एवं गोपालपुर प्रखंड के उच्च विद्यालय मकनपुर में बाढ़ राहत शिविरों का निरीक्षण किया। पकरा की शिविर में अधिकारियों से कहा कि बाढ़ राहत चिकित्सा शिविर, सामुदायिक रसोई केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र द्वारा बाढ़ प्रभावित परिवारों के बच्चों को पढ़ाने की सुविधा आदि के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री वहां रह रहे लोगों से सुविधाओं के बारे में बातचीत की तथा जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ राहत शिविर का प्रबंधन ठीक रखें। उन्होंने कहा कि हवाई सर्वेक्षण के क्रम में हमने देखा कि भागलपुर जिले में काफी संख्या में लोग बाढ़ प्रभावित हुए हैं इसलिए जरूरत के मुताबिक राहत शिविरों की संख्या भी सीमित रखें ताकि लोगों को रहने में कोई असुविधा न हो। पकरा राहत शिविर के निरीक्षण के पश्चात मुख्यमंत्री गोपालपुर प्रखंड स्थित उच्च विद्यालय रसोई मकनपुर बाढ़ राहत शिविर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने वहां रह रहे लोगों से सामुदायिक रसोई मिलने वाले भोजन के संबंध में जानकारी ली। बाढ़ राहत चिकित्सा शिविर सामुदायिक रसोई आदि का जायाजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई जरूरी निर्देश दिये।
निरीक्षण के पश्चात मुख्यमंत्री पत्रकारों को बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों का हम लगातार दौरा कर रहे हैं। इसके साथ ही स्थल निरीक्षण कर बाढ़ राहत शिविरों की स्थिति की भी भी जानकारी ले रहे हैं। हम प्रतिदिन बाढ़ प्रभावित इलाके की स्थिति की जानकारी लेते रहते हैं और आवश्यक गाइडलाइंस भी जारी किये जाते हैं। सभी प्रभावित लोगो को राहत मिले, इसके लिए हर जरूरी इंतजाम किये जा रहे हैं। राज्य सरकार की राहत शिविरों में सभी प्रभावित लोगों के आवासन भोजन आदि का प्रबंध किया गया है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं का विशेष रुप से ख्याल रखा जाता है। राहत शिविरों में रह रही महिलाओं को बेटा होने पर १० हजार तथा बेटी होने पर १५ हजार रुपये की आर्थिक सहायता भी दी जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के खजाने पर पहला हक आपदा पीडि़तों का है। राज्य सरकार की तरफ से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं। इस अवसर पर सांसद अजय कुमार मंडल, विधायक गोपाल मंडल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, जल संसाधन सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन के ओएसडी संजय अग्रवाल, भागलपुर कमिशनर प्रेम सिंह मीणा, डीएम सुब्रत कुमार सेन, आइजी सुजीत कुमार एवं एसपी कुमार सरोज समेत कई मौजूद थे।
खगडिय़ा (आससे) के अनुसार राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को गंगा के जलस्तर में रिकॉर्ड वृद्धि के बाद मची तबाही का जायजा लेने के क्रम में खगडिय़ा जिला के परवत्ता प्रखंड पहुंचे। जहां उन्होंने जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष एवं अन्य अधिकारियों के साथ बाढ़ से प्रभावित लोगों को बचाव एवं राहत कार्य के बारे में जानकारी लेने के बाद स्वास्थ्य एवं राहत शिविर का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य आपदा प्रबंधन का पहला अधिकार सरकार के खजाने से आपदा पीडि़तों को मदद पहुंचाने का है। उन्होंने कहा कि प्रभावित इलाकों के लोगों को राहत मिल रही है या नहीं इसका जायजा लेने वे निकले हैं। उन्होंने कहा कि बर्ष 2016 के बाद इस बार गंगा में आई बाढ़ से लोग ज्यादा प्रभावित हुए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को बाढ़ पीडि़तों को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया।
मौके पर खगडिय़ा के सांसद चौधरी महबूब अली कैसर, जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष, पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार, उप विकास आयुक्त श्री मती अभिलाषा शर्मा, स्थानीय विधायक संजीव कुमार, जद यू जिलाध्यक्ष बबलू मंडल,लोकसभा प्रभारी विक्रम यादव, सांसद प्रतिनिधि बाबू लाल शौर्य, भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष वंदना कुमारी आदि मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ जी.एन. बांध का निरीक्षण किए जाने के साथ बाढ़ पीडि़तों के लिए बनाए गए राहत कैम्प का भी जायजा लिया।