- नई दिल्ली। साइक्लोन तौकते तो चला गया लेकिन अपने पीछे खौफनाक मंजर छोड़कर चला गया।
जमीन से ज्यादा पानी में तबाही मचाने वाले इस तूफान में डूबे बार्ज P305 को लेकर एक बड़ा अपडेट आया है।
कैप्टन के खिलाफ FIR
इस नाव के कैप्टन राकेश बल्लव के खिलाफ मुंबई पुलिस ने FIR दर्ज की है। राकेश बल्लव पर आरोप है कि वो लोगों को मरता छोड़कर खुद भाग गया था।
पुलिस ने तलाश की जारी
मुंबई पुलिस FIR दर्ज करने के बाद एक्शन मोड़ में आ गई है। पुलिस ने राकेश की तलाश शुरु कर दी है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में राकेश का बयान का सामने आना भी जरूरी है।
आखिर क्या हुआ था उस दिन
इस मुश्किल वक्त के बारे में बात करते हुए शिप के चीफ इंजीनियर के भाई आलम शेख कहते हैं कि इस तौकते तूफान की चेतावनी सरकार भी काफी वक्त से दे रही थी। उसके बाद भी बार्ज 305 को वापिस नहीं बुलाया गया। इस चेतावनी के बाद जब जहाज के कैप्टन से वापिस चलने को कहा गया तो उसने कहा कि हवा 40 के ऊपर नहीं जाएगी लेकिन अचानक ही हवा की रफ्तार 100 के पार चली गई और P-305 तूफान में फंस गया।
सामने थी मौत
उस वक्त जहाज पर मौजूद सभी लोगों अपनी मौत को सामने देख पा रहे थे लेकिन फिर भी जब कुछ लोगों ने हिम्मत दिखाई लाइफ राफ्ट की तरफ कदम बढ़ाए लेकिन जब देखा तो वो भी पंचर थे।इतने ही देर में जहाज किसी अनजान प्लेटफॉर्म से टकराया और जहाज में छेद होगा। जहाज में छेद होने के बाद पूरा जवाज डूबने लगा p-305 को डूबता देखकर शिप का कैप्टन शिप छोड़कर भाग गया।
नौसेना ने बचाई जान
इसके बाद उन लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया लेकिन हवा की रफ्तार में उनकी आवाज का कोई असर नहीं था। ऐसे में लागतार चार दिन तक चलाए गए रेस्कयू ऑपरेशन के दौरान नौ सेना ने कई जिंदगीं बचाई और गुरुवार तक इस जहाज से 188 लोगों को बचाया गया और 49 लोगों की लाश बरामद की गई जबकि अभी 26 लोग अभी भी लापता हैं।