, नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश पर चीन के ‘बेतुके दावों’ को विदेश मंत्रालय ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि ‘इस संबंध में निराधार तर्क दोहराने से ऐसे दावों को कोई वैधता नहीं मिलती है।’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा रहेगा।
जयसवाल का बयान चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल झांग शियाओगांग की टिप्पणियों पर मीडिया के सवालों के जवाब में आया है। दरसअल, चीनी प्रवक्ता ने अरुणाचल प्रदेश पर बीजिंग के दावे को दोहराया और इस क्षेत्र को चीन के क्षेत्र का स्वाभाविक हिस्सा बताया था। जब झांग से अरुणाचल प्रदेश में सेला सुरंग के माध्यम से भारत की सैन्य तैयारी बढ़ाने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जिजांग का दक्षिणी भाग (तिब्बत का चीनी नाम) चीन के क्षेत्र का एक अंतर्निहित हिस्सा है, और बीजिंग इसे ‘कभी स्वीकार नहीं करता और दृढ़ता से विरोध नहीं करता।’