पटना

बिहारशरीफ: जिले के डेढ़ दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों ने बीपीएससी परीक्षा पास कर फहराया परचम


जिले के सफल प्रतिभागियों में अधिकांशतः इंजीनियर, 15वीं रैंक लाकर सौरव कुमार भारती प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित, अस्थावां के गोटिया के राणा अमितेष ने पाई 165 वीं रैंक, हरनौत के किचनी के नीतीश ने पाया 137 वां रैक, चंडी के नरसंडा के प्रेम आनंद बनेंगे राजस्व अधिकारी, बिहारशरीफ के एतवारी बाजार का आशुतोष रंजन ने पाया 436 वां रैंक, चंडी के गोनपुरा के रविकांत बनेंगे सीओ तो अमित जिला प्रोवेशनरी ऑफिसर, चंडी के नरसंडा के अभिषेक बने सप्लाई इस्पेक्टर, बिहारशरीफ के अजीजघाट के वागीश प्रियदर्शी बनेंगे सीओ

बिहारशरीफ (आससे)। बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन का रिजल्ट दो दिन पूर्व ही आ चुका है। इसके साथ ही जिले के वैसे मेधावी छात्र-छात्राओं का नाम भी अब सामने आने लगा है, जिन्होंने इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। जिले के अलग-अलग ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों से लगभग डेढ़ से दो दर्जन अभ्यर्थियों ने बीपीएससी की परीक्षा कंपलीट की है।

बिहारशरीफ के खंदकपर मोहल्ला के रहने वाले सेवानिवृत्त बैंक कर्मी का पुत्र सौरव भारती बिहार प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हुआ है। उसने इस परीक्षा में 15वीं रैंक लाया है। अशोक कुमार का पुत्र सौरव भारती की प्रारंभिक शिक्षा 10वीं क्लास तक डीएवी पब्लिक स्कूल बिहारशरीफ में हुई, जबकि स्नातक तक की शिक्षा अलामा इकबाल कॉलेज बिहारशरीफ में प्राप्त की।

इसी प्रकार अस्थावां प्रखंड के गोटिया गांव के रविंद्र प्रसाद के पुत्र राणा अमितेष कुमार ने बीपीएससी की परीक्षा में 165वां रैंक लाया है और इनका चयन डिस्ट्रिक्ट इम्पलॉयमेंट ऑफिसर के पद पर हुआ है। बिहारशरीफ में अपनी पढ़ाई कर 2013 में आइआईटी पास किया और आईटी सेक्टर में जॉब के बाद बीपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की।

इसी प्रकार चंडी प्रखंड के नरसंडा गांव निवासी प्रेम आनंद प्रसाद ने बीपीएससी की परीक्षा में 790 वां रैंक हासिल किया और वे राजस्व अधिकारी पद के लिए चयनित हुए। उन्होंने तीसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की। इनके पिता धनेश प्रसाद हिलसा के गणपत बिगहा मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक है। प्रेम ने बापू हाई स्कूल चंडी से मैट्रिक की परीक्षा पास की और मगध महाविद्यालय चंडी से इंटरमीडिएट करने के बाद हल्दिया पश्चिम बंगाल से बी.टेक. में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। बाद में एसएससी परीक्षा पास कर सहायक प्रशाखा पदाधिकारी के पद पर तैनाती हासिल की और अब बीपीएससी में सफलता हासिल कर गांव और जवार का नाम बढ़ाया।

हरनौत प्रखंड के किचनी गांव निवासी नीतीश कुमार ने बीपीएससी की परीक्षा में 137 वां स्थान प्राप्त किया है। अब वे समाज कल्याण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर के पद पर आसीन होंगे। उन्होंने पहले प्रयास में यह सफलता हासिल की। बीआईपी बेलौर से इलेक्ट्रिक एंड इलेक्ट्रॉनिक ब्रांच से इंजीनियरिंग करने के बाद एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी कर रहे थे और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के क्रम में बीपीएससी की परीक्षा दी और सफलता हासिल की। उनके पिता अनिल कुमार यादव हरनौत अस्पताल में प्रधान सहायक है।

इसी प्रकार बिहारशरीफ के एतवारी मोहल्ला निवासी आशुतोष रंजन ने बीपीएससी की परीक्षा में 436वां स्थान पाकर परिवार के साथ जिले का नाम रौशन किया है। उन्होंने दूसरी बार में यह सफलता हासिल की है। देहरादून इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरा करने के बाद बीपीएससी की तैयारी करने लगे और उन्होंने यह सफलता हासिल की। उनके पिता जवाहर लाल राजगीर में गैस एजेंसी के प्रोपराइटर है। उन्होंने डीएवी से मैट्रिक तथा ईशान इंटरनेशनल पटना से इंटर की पढ़ाई करने के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।

चंडी प्रखंड के गोनकुरा गांव के रविकांत कुमार और अमित कुमार ने बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है। अमित कुमार जहां जिला प्रोवेशनरी ऑफिसर बनेंगे वहीं रविकांत अंचलाधिकारी बनेंगे। रविकांत के पिता उदय सिंह ने बताया कि प्रारंभिक पढ़ाई चंडी में करने के बाद इंटरमीडिएट कॉलेज ऑफ कॉमर्स पटना से किया। इसके बाद बिरला संस्थान नैनीताल से इलेक्ट्रिकल एंड कम्यूनिकेशन में बी-टेक- किया। दूसरी बार में उन्होंने इस परीक्षा में सफलता हासिल की।

जबकि अमित कुमार के पिता प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि उनके बेटे की नौवीं तक की पढ़ाई उच्च विद्यालय तुलसीगढ़ में हुई, जबकि मैट्रिक मारवाड़ी उच्च विद्यालय पटना से किया। इंटरमीडिएट की पढ़ाई गुरू गोविंद सिंह कॉलेज पटना सिटी से की। वाणिज्य कॉलेज पटना से ग्रेजुएट करने के बाद डिविजनल एकाउंट्स ऑफिसर के पद पर एजी ऑफिस में कार्यरत है। तीसरी बार में उन्हें यह सफलता मिली है।

चंडी प्रखंड के हीं नरसंडा गांव के अभिषेक अकेला बीपीएससी परीक्षा पास कर सप्लाई इंस्पेक्टर बनेंगे। पहले प्रयास में उन्हें यह सफलता मिली है। संत पॉल स्कूल हरनौत से मैट्रिक करने के बाद रांची से इंटरमीडिएट की। जीडीएम कॉलेज हरनौत से स्नातक के बाद बीपीएससी की तैयारी शुरू की। इनके पिता स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारी है। इसी प्रकार बिहारशरीफ के अजीजघाट मोहल्ला निवासी रामंचद्र प्रसाद उर्फ कैलू यादव के पुत्र वागीश प्रियदर्शी ने बीपीएससी में 453 वां रैंक लाया है। अब वे राजस्व अधिकारी बनेंगे।

बताते चले कि कई और भी अभ्यर्थी है जिन्होंने बीपीएससी परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया है और सफलता हासिल की है। बीते कल भी हिंदी दैनिक ‘‘आज’’ ने ऐसे दो सफल अभ्यर्थियों के बारे में लोगों को बताया था और आगे भी ऐसे सफल प्रतिभागियों को लोगों के बीच लाकर ना केवल उनका सम्मान बढ़ायेगी बल्कि युवाओं और छात्रों को आगे बेहतर करने के लिए सफल प्रतिभागियों की प्रेरणा से अवगत करायेगी।