बिहारशरीफ। नालंदा और पावापुरी के पर्यटन स्थलों पर नववर्ष की खुशियां मनाने आने वालों को निराशा हाथ लगेगी। सैलानियों के लिए सबसे आकर्षक राजगीर की नेचर सफाई में दो जनवरी तक नो इंट्री लग गयी है। विश्व शांति स्तूप तक पर्यटकों लेकर जाने वाले दो और चार सीटर रोपवे को बंद कर दिया गया है। गर्म कुंड में स्नान की उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा। पाण्डुपोखर और घोड़ाकटोरा में वोटिंग का लुफ्त उठाने का मौका भी नहीं मिलेगा।
विश्व धरोहर नालंदा पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केन्द्र है। प्राचीन नालंदा विश्व विद्यालय का भग्नावशेष का दीदार करने सालों भर सैलानी यहां आते हैं। नववर्ष में सपरिवार इस अनमोल धरोहर को देखने की तमन्ना हर किसी की रहती है। लेकिन, इस बार खण्हर के भग्नावशेषों को को देखने का मौका नये साल पर नहीं मिलेगा। खंडहर के मुख्य द्वार को लॉक कर दिया गया है।