पटना

बिहारशरीफ: निरीक्षण करने पहुंचे जज ने देखा थाली के अभाव में कठौती में खा रहे एक साथ पांच कैदी


      • कई कैदी कठौती खाली होने का कर रहे थे इंतजार ताकि वे लोग भी कर सके भोजन
      • जज ने पाया जेल में भरी पड़ी है गंदगी और वार्डों में झोल लगा लेकिन झाड़ू के अभाव में नहीं होती है सफाई
      • जज ने जेल प्रशासक को मैनुअल के अनुसार कैदियों को सुविधा देने का दिया निर्देश

बिहारशरीफ (नालंदा)। जिला जज डॉ॰ रमेश चंद्र द्विवेदी के आदेश पर शनिवार को मंडल कारा बिहारशरीफ का निरीक्षण करने जज मानवेंद्र मिश्रा पहुंचे, जहां थाली के बजाय कठौती में एक साथ पांच बंदियों को खाना खाते देख जज भड़क उठे। उन्होंने जेल प्रशासक को फटकार लगाते हुए कहा कि जेल मैनुअल का पूरी तरह पालन होना चाहिए। उन्होंने तत्काल बंदियों को थाली, कंबल और आवश्यक सामग्री मुहैया कराने का निर्देश दिया। जज ने जेल में व्याप्त गंदगी पर भी नाराजगी जतायी।

जज मानवेंद्र मिश्रा जब जेल निरीक्षण करने पहुंचे तो जेल की व्यवस्था देखकर आश्चर्यचकित हो गये और तत्काल इसे दुरूस्त करने का निर्देश दिया। पूछताछ में उन्होंने पाया कि बंदियों को खाने के लिए थाली नहीं दी गयी और अंततः लोग एक कठौती में एक साथ खाना खा रहे है। कैदी जानवर की भांति कठौती में भोजन कर रहे थे और यह सिलसिला पिछले काफी दिनों से लगातार चल रहा था। जज ने यह भी पाया कि कुछ कैदी कठौती खाली होने का इंतजार कर रहे थे ताकि उसे धोने के बाद वे लोग खाना खा सके। जिन वार्डों में कैदी रह रहे थे उनमें झोल भरा हुआ था। जब जज ने कैदियों को इसे साफ-सफाई करने को कहा तो बताया गया कि उन्हें झाड़ू तक नहीं दिया जाता तो फिर सफाई कैसे होगी।

निरीक्षण में यह पाया गया कि एक ही वार्ड में काफी संख्या में कैदी हैं। क्षमता 739 कैदी रहने की है लेकिन 1324 कैदी रह रहे हैं। कई वार्डों में कैदियों को सोने की जगह नहीं है। एक बिस्तर पर तीन-तीन लोग सो रहे है। कैदियों की शिकायत यह भी है कि कंबल नहीं दिया गया है, जिससे जमीन से ठंड लगती है। जज ने सजायाफ्ता कैदियों को अन्य जेल में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के क्रम में जज ने जेल की अव्यवस्था पर नाराजगी जतायी।