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- सकरी, जिराईन और पंचाने नदी का जलस्तर बढ़ने से मंडराने लगा बाढ़ का खतरा
- जिलाधिकारी ने अभियंताओं और अंचलों को किया हाई अलर्ट, दिया लगातार मॉनिटरिंग का निर्देश
- शनिवार को जिले के प्रखंडों में 2 से 51.2 मिमि तक हुई बारिश
- बिहारशरीफ शहर सहित रहुई, हरनौत, बिंद और अस्थावां में बाढ़ का खतरा अधिक
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बिहारशरीफ (आससे)। मॉनसून के आगाज के साथ ही जिले में शुरू हुई बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार की रात से ही जिले में जो बारिश शुरू हुई शनिवार को पूरे दिन जारी रहा। मौसम विभाग की मानें तो अगले तीन-चार दिनों तक इसी तरह बारिश होने की संभावना है। जिले में कई नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी आने की खबर है, लेकिन जैसे-जैसे नदियों का पानी ढलान की ओर जा रहा है कई इलाकों में यह खेतों में फैलना शुरू हो गया है। साथ ही बाढ़ का डर भी बना हुआ है। बीती रात के बाद झारखंड में भी मूसलाधार बारिश की खबर है।
जिले के बिंद, अस्थावां, रहुई तथा हरनौत के कुछ इलाके में बाढ़ की संभावना बढ़ी है। बिहारशरीफ शहरी इलाका के इर्द-गिर्द की आबादी भी इसकी चपेट में आ सकता है। शहरी आबादी भी प्रभावित हो सकती है।
मौसम विभाग ने जो पूर्वानुमान जारी किया है उसमें 20 और 21 जून को आंशिक बादल छाये रहने और बारिश होने की संभावना जतायी है जबकि 22 जून से बादल छाने की संभावना तो बताई गयी है लेकिन बारिश का आसार कम है। अगर मौसम में कोई नया परिवर्तन नहीं हुआ तो शायद सोमवार के बाद बारिश से कुछ राहत मिल सकती है।
जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि वर्षा की अधिकता और नदियों के जलस्तर को देखते हुए पूरे जिले को अलर्ट पर रखा गया है। नदियों की लगातार मॉनिटरिंग करायी जा रही है। दिन में दो से तीन बार जलस्तर की रीडिंग करायी जाती है। उन्होंने बताया कि जिले की प्रायः नदियों खतरे के निशान से नीचे जरूर है लेकिन झारखंड में बारिश के बाद स्थिति बदल सकती है। जिले में भी लगातार बारिश से जलजमाव बढ़ा है। उन्होंने बताया कि सभी संबंधित विभागों के अभियंताओं को निर्देश दिया गया है कि तटबंधों की नियमित निगरानी करें तथा जहां आवश्यक हो बचाव राहत कार्य शुरू कर दे। इसके अलावे जिले के सभी अंचलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है।
फ्लड कंट्रोल एंड ड्रेनेज डिवीजन बिहारशरीफ द्वारा 19 जून की संध्या जो खैरियत प्रतिवेदन भेजा गया उसके अनुसार जिले के नदियों में पानी का बढ़ना शाम से शुरू हो गया है। खासकर सकरी, पंचाने तथा जिराईन नदी के जलस्तर में सुबह की अपेक्षा शाम में बढ़ोतरी देखी गयी है। सकरी नदी सुबह 06 बजे तक खतरे के निशान से लगभग 1 मीटर नीचे थी, लेकिन शाम चार बजे जलस्तर में वृद्धि होने के साथ ही अब यह खतरे के निशान से 0.9 मीटर नीचे चल रही है। पैमार नदी खतरे के निशान से लगभग 3 मीटर नीचे चल रही है और नदी की धार स्थिर है।
वहीं पंचाने नदी खतरे के निशान से सुबह तक लगभग 1.9 मीटर नीचे थी, लेकिन जलस्तर बढ़ने के साथ अब लगभग 1.5 मीटर नीचे रह गयी है। गोइठवा नदी का जलस्तर स्थिर है, लेकिन खतरे के निशान से लगभग 2.4 मीटर नीचे है। जिराईन नदी सुबह तक खतरे के निशान से लगभग 2 मीटर नीचे चल रही थी, लेकिन शाम में जलस्तर बढ़ने के साथ हीं खतरे के निशान से 1.8 मीटर नीचे चल रही है। सोइवा नदी का जलस्तर स्थिर है लेकिन अभी यह खतरे के निशान से लगभग 2 मीटर से अधिक नीचे है। कुम्हरी नदी का भी जलस्तर स्थिर है और यह नदी खतरे के निशान से लगभग 2.5 मीटर नीचे चल रही है।
जिले में शनिवार को अच्छी बारिश दर्ज की गयी है। प्रायः इलाकों में बारिश हुई है। सबसे अधिक बारिश कतरीसराय में 51.2 मिमि, सिलाव में 50.2 मिमि, थरथरी में 36.4 मिमि, रहुई में 46.2 मिमि, गिरियक में 39.6 मिमि, हरनौत में 49.2 मिमि, सरमेरा में 33.2 मिमि, राजगीर में 29.4 मिमि, परबलपुर में 26.2 मिमि, नूरसराय और नगरनौसा में 25.2 मिमि, करायपरशुराय में 21.8 मिमि, इस्लामपुर में 13.2 मिमि, हिलसा में 14.2 मिमि, एकंगरसराय में 20.2 मिमि, चंडी में 30.2 मिमि, बिंद में 38.4 मिमि, बिहारशरीफ में 33.2 मिमि, बेन में 23.2 मिमि तथा अस्थावां में 28.4 मिमि बारिश दर्ज की गयी है।