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- इसके पूर्व एनाटॉमी और फिजियोलॉजी में पीजी पढ़ाने की मिल चुकी है अनुमति
- नेशनम मेडिकल कमीशन की टीम ने स्त्री एवं प्रसव रोग विभाग का लिया जायजा
- मेडिसिन, सर्जरी, ऑर्थोपेडिक सर्जरी, रेडियोलॉजी सहित 13 विभागों में पीजी पढ़ाई की सरकार ने मांगी है अनुमति
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बिहारशरीफ/गिरियक। वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी में आज और एक नया अध्याय जुट गया है। अब यहां बायोकेमेस्ट्री और फार्मोकोलॉजी विषय में पीजी की पढ़ाई शुरू हो गयी है। इसके पूर्व गत वर्ष एनाटॉमी और फिजियोलॉजी में पीजी की पढ़ाई शुरू हुई थी। जल्द ही इस मेडिकल कॉलेज में कुल 13 विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी है। बिहार सरकार ने राज्य के अत्याधुनिकतम इस मेडिकल कॉलेज में 13 विषयों की पीजी पढ़ाई के लिए आवेदन की थी और सभी विभागों में पीजी के लिए तीन-तीन सीट का दावा किया था।
इस आलोक में अभी तक चार विषयों में पीजी के दो-दो सीट की मान्यता मिल चुकी है और जल्द हीं स्त्री एवं प्रसव रोग में पीजी की पढ़ाई शुरू होने की संभावना है। इसके लिए नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम बुधवार को विम्स का दौरा किया और स्त्री एवं प्रसव रोग विशेष विभाग में गहन मंथन किया। टीम ने व्यवस्था पर संतोष जताया है।
विम्स के प्राचार्य डॉ. पी.के. चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार के निर्णय के आलोक में जिन 13 विषयों में पीजी की पढ़ाई के लिए तीन-तीन सीट का आवेदन किया गया था उनमें चार विषयों में दो-दो सीट की अनुमति मिल चुकी है और आशा है कि जल्द हीं सभी 13 विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू होगी। उन्होंने बताया कि मेडिसिन, सर्जरी और ऑर्थोपेडिक सर्जरी, रेडियोलॉजी जैसे विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू होनी है।
बुधवार को अकोला महाराष्ट्र के गवर्मेन्ट मेडिकल कॉलेज ऑब्स्ट्रीट्रिश एवं गायनेकोलॉजी विभाग के एचओडी प्रोफेसर डॉ. अर्पणा वाहने ने विम्स कॉलेज का दौरा कर स्त्री एवं प्रसव विभाग में पीजी की तीन सीटों पर पाठड्ढक्रम आरम्भ करने की मंजूरी हेतु फैकल्टी एवं संसाधनों की विस्तृत रूप से निरीक्षण किया।
इस अवसर पर विम्स के प्राचार्य डॉ पीके चौधरी के अलावा विभाग के सभी चिकित्सकों एवं प्रोफेसर से बैठक कर सभी तरह की जरूरतों का मूल्यांकन पर चर्चा की। इस मूल्यांकन में क्लीनिकल लैब, एएचयू रूम डेमो रूम, रिसर्च रूम, नान टीचिंग डिपार्टमेंट का विजिट कर जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के क्रम में एमसीआई टीम संतुष्ट नजर आयी कॉलेज सूत्रों के अनुसार उम्मीद है कि इसी सेशन से कोर्स की शुरुआत हो जाएगी।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉक्टर पीके चौधरी ने कहा कि पूर्व में एनएमसी की टीम ने बायोकेमेस्ट्री एवं फार्मोकोलॉजी में पीजी सीट की मान्यता के लिए निरीक्षण किया था। इस निरीक्षण के दौरान एनएमसी के संतुष्ट होने के बाद आज बायोकेमेस्ट्री एवं फार्मोकोलॉजी विभाग में पीजी की पढ़ाई के लिए 2 सीटों की मान्यता प्राप्त हुई है जो विम्स के लिए गौरव की बात है। वहीं प्राचार्य ने बताया कि आज एनएमसी की टीम द्वारा गायनी विभाग का निरीक्षण किया गया है।
उन्होंने कहा कि गायनी विभाग में टीचिंग फैकल्टी पर्याप्त है। किसी भी डॉक्टर एवं प्रोफेसर की कोई भी कमी नहीं है। एनएमसी टीम द्वारा विभाग के निरीक्षण कर व्यवस्था से संतुष्ट दिखे। इस लिये उम्मीद है कि जल्द ही इस विभाग में पीजी की पढ़ाई की शुरुआत हो जायेगी। इस अवसर पर अस्पताल अधीक्षक डॉ ज्ञान भूषण, डॉ अशोक कुमार सिंह, डॉक्टर ए के गुप्ता, डॉ अशोक सिंह डॉक्टर सागर रजक, डॉ एम एच खान, डॉ विनोद कुमार सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।