पटना। सूबे में कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के साथ ही सरकार अनलाक-5 में और ढील देने पर विचार कर रही है। मुख्यसचिव त्रिपुरारी शरण ने शुक्रवार को विभिन्न जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस कर उनके विचार जाने। अनलाक-5 में और क्या ढील दी जा सकती है, मंदिर-मस्जिद खुलेंगे या नहीं, इस पर अंतिम फैसला तीन या चार अगस्त को आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लिया जाएगा।
कान्फ्रेंस के दौरान जिलाधिकारियों ने मुख्य सचिव को अपने जिलों में कोरोना की वर्तमान स्थिति की विस्तार से जानकारी दी। कुछ जिलाधिकारियों ने बताया कि जिलों में संक्रमण के नए मामलों में लगातार कमी आ रही है। कोरोना टेस्ट की संख्या निरंतर बढ़ाई जा रही है साथ ही अधिक से अधिक लोगों के टीकाकरण के प्रयास भी लगातार हो रहे हैं।
जिलाधिकारियों की सलाह है कि सरकार कोरोना संक्रमण के कम होते मामलों का स्वास्थ्य विभाग के साथ आकलन कर लंबे समय से बंद मंदिर-मस्जिद, माल के साथ जिम वगैरह खोलने पर विचार कर सकती है। दूसरी ओर कुछ जिलाधिकारियों के ऐसे भी सुझाव हैं कि सावन के महीने में मंदिरों में काफी भीड़ होती है, इसी महीने में मुहर्रम भी है। ऐसे में सरकार को अंतिम निर्णय लेने के पहले गहन मंथन अवश्य करना चाहिए ताकि संक्रमण के नए मामले बढ़े नहीं।
सूत्रों की माने तो जिलों ने अपने सुझाव मुख्य सचिव को दे दिए हैं। अब अगस्त में तीन या चार तारीख को आपदा प्रबंधन समूह की बैठक होगी जिसमें अंतिम रूप से यह फैसला होगा कि अनलाक-5 में और राहत मिलेगी या यथास्थिति बनी रहेगी। बता दें कि राज्य में फिलहाल अनलाक-4 जारी है, जिसकी मियाद छह अगस्त को समाप्त होगी। सात अगस्त से अनलाक-5 प्रभावी होगा।