पटना

पटना: कला विश्वविद्यालय की होगी स्थापना : मंगल


बिहार कला पुरस्कार से नवाजे गये 37 सर्वश्रेष्ठ

पटना (आससे)। ज्ञान भवन में कला-संस्कृति एवं युवा विभाग का बिहार कला पुरस्कार सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विद्याओं में चाक्षुस एवं प्रदर्श कला के लिए वर्ष २०१८-१९ एवं २०१९-२० का पुरस्कार प्रदान किया गया।

समारोह के मुख्य अतिथि राज्य के कला-संस्कृति मंत्री मंगल पांडेय ने कहा- किसी भी समाज के लिए लोक कला, लोक भाषा और लोक संस्कृति का अपना विशेष महत्व है। राज्य सरकार इस दिशा में प्रयासरत रही है। भावी योजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा- कला विश्वविद्यालय की स्थापना करना है, जिसका प्रारूप तैयार कर रहा है विभाग। कला विश्वविद्यालय मूर्त रूप धारण करेगा, तो इसका लाभ मिलेगा। राज्य में कलाकारों को वृहद् मंच देने के लिए राज्यस्तरीय सांस्कृतिक महाकुंभ का आयोजन होगा। इसके माध्यम से ग्रामीण कलाकारों को तरासने का मौका मिलेगा। निदेशालय द्वारा वेब पोर्टल तैयार कर कलाकारों का डाटा बेस तैयार होगा।

राज्य के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मंगल पांडेय के हाथों प्रतीक चिह्नï, सम्मान पत्र एवं नगद राशि प्राप्त कर पुरस्कृत हुए समकालीन फोटोग्राफी के लिए राधामोहन सम्मान से मूर्ति शिल्पी रामू कुमार। इस विऋद्या में अनुपस्थित रहे नवोदित कलाकार बड़ौदा गुजरात के अमरनाथ शर्मा।

समकालीन कला के क्षेत्र में कुमुद शर्मा पुरस्कार पटना की नीतू सिन्हा को दिया गया किन्तु वे उपस्थित नहीं हुईं। इस विद्या में खजौली मधुबनी की शैल कुमारी को नवोदित कलाकार के रूप में पुरस्कृत किया गया। लोक कला से सीता देवी पुरस्कार से पटना की श्रीमती हेमा देवी सम्मानित हुईं। चाक्षुष कला लेखन के लिए विनय कुमार को दिया गया दिनकर पुरस्कार।

रंगमंच के लिए भिखारी ठाकुर पुरस्कार उमेश प्रसाद सिन्हा, नवोदित कलाकार शशि भूषण कुमार, लोकगीत के लिए शिवचरण प्रसाद, प्रदर्श ला लेखन के लिए रामेश्वर सिंह कश्यप पुरस्कार चंदन, नवोदित कलाकार शाकिब इकबाल खान, वाद्य वादन में बिसमिल्लाह खां पुरस्कार बांसुरी के फनकार मो. सरर्फुद्दीन, आम्रपाली पुरस्कार अर्चना चौधरी, नवोदित कलाकार कुमार उदय सिंह, प्रदर्श कला का राष्ट्रीय पुरसकार विश्वविख्यात नृत्यांगना शोभना नारायण को समर्पित किया गया।

चाक्षुस कला का राष्ट्रीय कला पुरस्कार नयी दिल्ली के अर्पणा कौर को दिया गया। लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड चाक्षुस कला के लिए रजत घोष को दिया गया। प्रदर्श कला में यह अवार्ड तजारपुर छपरा के रामचन्द्र मांझी को दिया गया।

वर्ष २०१९-२० के लिए राधामोहन फोटोग्राफी पुरस्कार पूर्णिया के राजीव रंजन उर्फ राजीव राज, नवोदित कलाकार पिन्टू प्रसाद, समकालीन कला के लिए कुमुद शर्मा पुरस्कार पटना की संगीता, नवोदित कलाकार श्वेता साहा, लोक कला के लिए सीता देवी पुरस्कार अगांव, कैमूर के फिरंगी लाल गुप्ता, चाक्षुष कला लेखन का दिनकर पुरस्कार अशोक कुमार सिन्हा, रंगमंच का भिखारी ठाकुर पुरस्कार नवाब आलम, नवोदित धर्मेश मेहता, लोकगीत का विंध्यासिनी देवी पुरस्कार उमेश कुमार सिंह, नवोदित कलाकार चंदन कुमारी, प्रदर्श कला लेखन के लिए नवोदित पुरस्कार दीपक कुमार, वाद्य वादन का पुरस्कार मो. मुज्तबा हुसैन, नवोदित कलाकार सुधांशु आनंद, आम्रपाली पुरस्कार शास्त्रीय नृत्य के लिए रमा दास नवोदित कलाकार ग्रेसी, चाक्षुस कला के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार फरीदाबाद हरियाणा के जय झिरोटिया, चाक्षुस कला के लिए लाइफ टाइम एचीवेंट अवार्ड सत्यनारायण लाल और प्रदर्श कला के लिए गणेश प्रसाद सिन्हा को प्रदान किया गया।

इस अवसर पर पद्मश्री शोभना नारायण, पद्मश्री बौआ देवी, पद्मश्री रामचन्इद्र मांझी, अपर सचिव अनिमेष पराशर, निदेशक संजय कुमार सिन्हा, उपसचिव प्रभात चन्द्र और आप्त सचिव शशांक शेखर सिन्हा सहित सभी पुरस्कृत कलाकार उपस्थित थे।