पटना

बिहार में कांवड़ यात्रा स्थगित, मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित


पटना (आससे)। आगामी २५ जुलाई से आरंभ हो रहा सावन महीना, किन्तु नहीं होगी कांवड़ यात्रा न ही आयोजित होंगे कांवड़ मेला, न ही सामुदायिक उत्सव महोत्सव अनुष्ठान ही होंगे। सावन महीने के सभी कृत्य श्रद्धालु अपने घर में ही करेंगे। इस संदर्भ में बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद में आयेाजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पर्षद अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन ने कहा कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकारी स्तर पर निर्णय लिया गया है कि सावन में कांवड़ यात्रा, मेला स्थगित रहेगा। सावन की सोमवारी को मंदिरों-शिवालयों में नहीं हो सकेगा बाहरी श्रद्धालुओं का जलाभिषेक, रूद्राभिषेक, दर्शन पूजन।

पर्षद की ओर से राज्य के सभी मठों, मंदिरों एवं ठाकुरबाड़ी के महंथों पुजारियों को निर्देश दिया जा रहा है कि सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराये। मंदिर में बाहरी श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित रहेगा। मंदिर के भीतर पुजारी ही आवश्यक पूजा-पाठ, राग भोग आदि संपन्न करेंगे।

सुल्तानगंज में गंगाजल भरकर बाबा धाम देवघर जानेवाले श्रद्धालु इस वर्ष कांवड़ लेकर यात्रा नहीं कर सकेंगे साथ ही हरिहरनाथ सोनपुर, गरीबनाथ महादेव मुजफ्फरपुर सहित वैसे सभी शिवालयों में सावन कृत्य कांवड़ यात्रा स्थगित रखने का निर्देश दिया गया है। अखिलेश जैन ने जन सामान्य से आग्रह करते हुए कहा कि इस वर्ष हमलोग कोरोना के चलते संयम बरते, खुद बचे दूसरों को भी बचायें। स्थिति सामान्य होगी तो अगले वर्ष भी हम अपनी श्रद्धाभक्ति अर्पित कर सकते हैं।