पटना

बिहार में समय से पहले प्रचंड गर्मी


बुखार व दस्त का कहर

पटना (आससे)। बिहार में समय से पहले सूरज के प्रचंड ताप और पछुआ के प्रवाह से जनजीवन पर असर पड़ा है। लगातार प्रचंड गर्मी से लोगों की सेहत भी बिगडऩे लगी है। अस्पतालों की ओपीडी में उल्टी-दस्त और बुखार के मरीजों की संख्या में 15-20 फीसदी बढ़ोतरी देखी गई है।

दक्षिण बिहार को तपाने के बाद पछुआ का प्रवाह शनिवार को चंपारण के इलाके तक पहुंच गया। शनिवार को भी पांच जिलों में हीट वेव जबकि 17 जिलों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार रहा। राज्य भर में बांका सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। भीषण गर्मी का ही असर है कि पटना सहित पूरे सूबे के अस्पतालों में बुखार, डायरिया और उल्टी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। लापरवाही करने वालों के लिए दिन के तीन घंटे यानी 12 से तीन बजे का समय ज्यादा घातक साबित हो रहा है। बीमार पडऩे वाले ज्यादातर लोग एसी से बाहर अचानक से धूप में बिना पर्याप्त पानी लिए निकल गए।

पीएमसीएच के मेडिसीन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. कौशल किशोर ने बताया कि करीब 20 फीसदी मरीज बढ़ गए हैं। भर्ती होने वाले मरीज तेज बुखार लेकर आ रहे हैं। जांच में न तो मलेरिया और न ही डेंगू निकल रहा है। हीट स्ट्रोक के लोग शिकार हो रहे हैं। वहीं, आईजीआईएमएस की इमरजेंसी में हर दिन चार से पांच ब्रेन स्ट्रोक के मरीज आ रहे हैं। शनिवार तक इमरजेंसी में ब्रेन स्ट्रोक के 20 मरीज भर्ती हैं। पटना एम्स, एनएमसीएच सहित प्रदेश के अन्य अस्पतालों का भी यही हाल है।

पीएमसीएच शिशु रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एके जायसवाल ने बताया कि बच्चों को लेकर अभिभावक ज्यादा सजग रहें। बच्चों में पानी की कमी नहीं आने दें। ढीला कपड़ा पहनाएं और सिंथेटिक पकड़ा नहीं पहनाएं। बाहर का खाद्य पदार्थ बिल्कुल ही न दें। हाथ की सफाई जरूर कराएं। अभी ज्यादा तापमान से बैक्टीरियल संक्रमण का केस भी बढ़ गया है।

मौसम विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार 18 अप्रैल तक सूबे के अधिकतर जिलों की इसी तरह की स्थिति रहेगी। सोमवार से उत्तर बिहार के कुछ जिलों और दक्षिण बिहार के अधिकतर जिलों में तपिश से आंशिक राहत के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पारा चढऩा बंद हुआ है। अगले दो दिनों बाद 19 और 20 अप्रैल को उत्तर बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज और पूर्णिया जिले में गरज और आकाशीय बिजली का अलर्ट जारी किया गया है। इन मौसमी प्रभावों का असर राज्य के दक्षिण भाग के कुछ जिलों में भी दिख सकता है और पारा दो से तीन डिग्री तक नीचे आ सकता है।

शनिवार को राज्य के 17 जिलों में पारा 40 डिग्री के पार रहा। इनमें पांच जिलों में हीट वेव की स्थिति रही। राज्य भर में बांका सबसे गर्म रहा जहां अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। रोहतास का डेहरी दूसरा सबसे गर्म जगह रहा जहां अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री दर्ज किया गया। शेखपुरा में 42.6 डिग्री, पूर्वी चंपारण में 40.8 डिग्री जबकि पश्चिमी चंपारण के वाल्मीकिनगर में 40 डिग्री तापमान रहा। इन पांचों जिलों में लगातार दूसरे दिन अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक होने से हीट वेव की स्थिति रही। मौसम विज्ञान केंद्र ने बक्सर जिले के आंकड़े शनिवार को नहीं जारी किये। कहा यह जा रहा है कि बक्सर जिले के स्वचालित मौसम केंद्र की जांच और वहां तापमान का अध्ययन चल रहा है। गौरतलब है कि पिछले एक पखवारे से यहां राज्य में सबसे अधिक तापमान के आंकड़े जा रहे थे।

पटना और गया का तापमान शनिवार को 41.6 डिग्री रहा। दोनों शहरों में तापमान में आंशिक गिरावट देखी गई। इसके अलावा भागलपुर में 41.5 डिग्री, सारण में 40 डिग्री, पश्चिमी चंपारण के माधोपुर में 41.5 डिग्री, जमुई में 42.2 डिग्री, औरंगाबाद में 41.1 डिग्री, बेगूसराय में 39.8 डिग्री, खगडिय़ा में 41.8 डिग्री, नवादा में 42.5 डिग्री, नालंदा में 41.5 डिग्री, सीवान में 41 डिग्री अधिकतम तापमान रहा।

पटना सहित कई जिलों में सुबह से ही प्रचंड गर्मी रही।  पार्कों में गर्मी की वजह से मॉर्निंग वॉकरों की संख्या कम हो गई है। दोपहर में सडक़ों पर सन्नाटे की स्थिति रही। मौसम विभाग की ओर से लोगों को दोपहर 12 बजे से तीन बजे घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। घर में भी लोगों को प्रचुर मात्रा में पानी पीने को कहा गया है ताकि हीट स्ट्रोक की स्थिति न आये। पटना में शनिवार को दिन भर पछुआ का तेज प्रवाह रहा। शाम पांच बजे तक राजधानी की सडक़ों पर लू की स्थिति रही।