नई दिल्ली: असम विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की असम गण परिषद (AGP) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) से गठबंधन पर सहमति बन गई है। सूत्रों के मुताबिक, 126 सीटों वाली विधानसभा में BJP 92, AGP 26 और UPPL 8 पर राज्य में चुनाव लड़ेगी। हालांकि इसकी आज औपचारिक घोषणा हो सकती है।
पिछले विधानसभा चुनाव में AGP को 14 सीटों पर जीत मिली थी। इस बीच एजीपी के सूत्रों ने कहा कि दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री और छह बार के विधायक प्रफुल्ल कुमार महंत, जो पार्टी के संस्थापक हैं, उनको इस बार टिकट नहीं मिल सकता है। महंत इस समय दिल्ली में अस्वस्थ हैं और उनका इलाज चल रहा है। हालांकि, वह नागरिकता कानून के विषय पर वर्तमान एजीपी नेतृत्व से बाहर हो गए हैं। सूत्रों ने कहा कि अगर महंत को टिकट नहीं दिया जाता है तो एजीपी में फूट पड़ सकती है।
सूत्रों की माने तो असम चुनाव के लिए करीब 74 उम्मीदवारों के नाम तय हो गए हैं, लेकिन इसकी औपचारिक घोषण का इंतजार है। वहीं एक स्थानीय पार्टी का भाजपा में विलय होगा और उस पार्टी के एक या दो उम्मीदवार भाजपा के प्रतीक पर चुनाव लड़ेंगे। 2016 में भाजपा ने चुनाव लड़ी 84 सीटों में से 60 सीटें जीतीं, उसको 2011 के परिणाम से 55 सीट का फायदा हुआ था।
बीजेपी के साथ UPPL का हाल ही में गठबंधन हुआ है। 2016 में AGP ने 24 में से 14 जीते और यूपीपीएल ने चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिली थी।
बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ), जिसने चुनाव से पहले भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी, उसने 16 में से 12 सीटें जीतीं। हालांकि बीपीएफ कांग्रेस के पाले में लौट आया है।